अजमेर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सबसे पुरानी चन्द्रकुंड शाखा पर स्वयंसेवकों ने रक्षाबंधन उत्सव मनाया। परस्पर एक दूसरे को रक्षा सूत्र बांधे। इसके बाद समीप की लौहार बस्ती में जाकर वीर सावरकर नगर-2 के स्वयंसेवकों ने बंधुओं व बच्चों के साथ रक्षा सूत्र बांधकर समरसता का उदाहरण प्रस्तुत किया।
नगर-2 संघचालक ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि संघ की कार्य पद्धति में हिंदू समाज में आदिकाल में प्रचलित तथा समाज का मार्गदर्शन करने वाले छह प्रमुख उत्सव में से एक यह रक्षाबंधन उत्सव को माना गया है। इस अवसर पर स्वयंसेवक जहां हिंदू संस्कृति के मान बिंदुओं की रक्षा का संकल्प लेता है। वहीं समाज में समरसता उत्पन्न करने के लिए भी अग्रसर होता है। इस अवसर पर नगर व शाखा के स्वयंसेवक उपस्थित थे।