अयोध्या। उत्तर प्रदेश में राम की नगरी अयोध्या में रामजन्मभूमि अधिग्रहीत परिसर पर मालिकाना हक के लिये श्रीरामजन्मभूमि परिसर के रिसीवर एवं अयोध्या के मण्डलायुक्त ने रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दस्तावेज सौंप दिया है।
ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने सोमवार को बताया कि देश में लॉकडाउन खुलते ही राम मंदिर निर्माण का कार्य भी शुरू हो जायेगा। मंदिर निर्माण की प्रक्रिया के पूर्व ट्रस्ट के पदाधिकारी अयोध्या में ही रहेंगे। देश की सुरक्षा सर्वोच्च है। लॉकडाउन खुलने के बाद मंदिर निर्माण का कार्य भी तीव्र गति से शुरू किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि रामजन्मभूमि में राम मंदिर पर वर्षों से चल रहा विवाद पिछले साल नौ नवम्बर को समाप्त हो गया था। पिछली पांच फरवरी को रामजन्मभूमि का चार्ज ट्रस्ट को सौंप दिया गया था। उसके बाद रामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में मंदिर निर्माण की प्रक्रिया तेज करते हुए टेंट में विराजमान भगवान श्रीरामलला को परिसर में ही एक ही अस्थायी बुलेटप्रूफ मंदिर में विराजमान कर दिया था।
राय ने बताया कि मंदिर निर्माण से पूर्व 2़ 77 एकड़ के साथ 67 एकड़ भूमि का मालिकाना हक के दस्तावेज श्रीरामजन्मभूमि के रिसीवर रहे और फैजाबाद मण्डल के मण्डलायुक्त ने ट्रस्ट के सदस्यों को सौंप दिया है। ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को साफ करते हुए बताया कि अब किसी भी प्रकार का अड़चन मंदिर निर्माण के बीच नहीं होगा क्योंकि आज पूरा अधिकार ट्रस्ट को प्राप्त हो गया है।
उन्होंने बताया कि परिस्थितियां सामान्य होते ही मंदिर निर्माण प्रारम्भ कर दिया जायेगा। महासचिव चम्पत राय ने कहा कि देश की सुरक्षा ट्रस्ट के लिये सर्वमान्य है। लाकडाउन खुलते ही मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से शुरू होगा।