अजमेर। अजमेर के आजाद पार्क में बनी अयोध्या नगरी में बीते 16 दिन से अनवरत चल रहे 54 अरब हस्तलिखित श्रीराम नाम परिक्रमा महोत्सव के भव्य विश्राम समारोह में समिति के संयोजक सुनील दत्त जैन ने कहा कि जिस तरह अजमेर के रामभक्तों का स्नेह और सहयोग मिला वह अजमेर के इतिहास में मिसाल है। इतने दिन तक राम नाम परिक्रमा चलने के बाद भी भक्तों की प्यास बुझी नहीं है। सब चाहते हैं कि चार पांच दिन तो परिक्रमा आयोजन को बढाया जाए। हम रामभक्तो की भावनाओं को सम्मान करते हैं।
उन्होंने कहा कि जब से यह सृष्टि है तबसे राम हैं, घट घट में राम हैं, इस देश की मिटटी के कण कण में राम हैं। भारत की पावन भूमि पर जन्म से जीवन यात्रा पूर्ण करने तक के संस्कार राम से शुरू होते हैं। खुशी में राम, दुख में राम, मिलन में राम और बिछुडने पर राम इस संस्कृति में का मूल है। राम नाम के स्मरण मात्र से समस्त दुख खत्म हो जाते हैं। राम के जीवन चरित्र को जीवन को उतारें। राम की भक्ति मात्र से कल्याण नहीं होने वाला, राम की शक्ति और शौर्य को भी अपनाना होगा। मेरे अंदर राम है, इसी तरह सभी जीवों में राम हैं इस भाव को धारण करें। भक्ति और शक्ति की अनूठी संस्कति के मिलन से यह देश भरा हुआ है।
परिक्रमा में इनकी रही भूमिका, रामभक्तों की तरफ से सम्मान
समापन अवसर पर अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के मंचासीन संत और अतिथियों ने परिक्रमा में सहयोग करने वाले समिति के समस्त पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और यजमानों का सम्मान किया। परिक्रमा में महत्वपूर्ण भूमिका श्रीमानस सेवा मंगल न्यास और श्रीराम नाम धन संग्रह बैंक अजमेर की रही। इससे जुडे पूरण सिंह चौहान, विक्रम सिंह चौहान, राम नाम बैंक के संस्थापक बालकृष्ण पुरोहित, लक्ष्मण पंडित, प्रबंधक रामसिंह चौहान, राजेन्द्र सैनी, रामदेव गुर्जर, ब्रह्मप्रकाश शर्मा, रामगोपाल विजयवर्गीय, विकास खटाणा को संतश्री का आशीर्वाद मिला।
समाजसेवियों को परिक्रमा से जोडने का पुनीत कार्य करने के लिए मोहन खंडेलवाल, परिक्रमा आयोजन में विशेष योगदान के लिए उमेश गर्ग, मीडिया प्रमुख विजय सिंह मौर्य, विनीत लोहिया, उदघोषिका वृतिका शर्मा और दीपिका शर्मा, टेंट व्यवस्था व चित्रकला प्रतियोगिता में विशेष सहयोग के लिए सुरेश शर्मा, आयोजन स्थल की कार्यालय व्यवस्था के लिए सुरेन्द्र बंसल, प्रतिदिन सुंदरकांड पाठ की व्यवस्था के लिए शिवरतन वैष्णव, नृसिंग बंजारा, गोपाल वैष्णव, देवीलाल जांगिड, लायंस क्लब उमंग के ललित अग्रवाल, अशोक टांक, महेन्द्र जैन मित्तल, कार्यालय व्यवस्था तथा नियमित सेवा देने के लिए लोकमन गोयल व सुरेन्द्र बंसल को सम्मानित किया गया।
परिक्रमा स्थल पर विशाल पांडाल व लाइट व्यवस्था के लिए बाबू सिंह पंवार, अमरसिंह पिंटू, राजू, जलसेवा के लिए झरनेश्वर सेवा समिति, पूजा सामग्री की व्यवस्था के लिए शैलेद्र सतरावला, राम बनों और चित्रकला प्रतियोगिता के प्रायोजक पवित्र कोठारी व लायंस क्लब उमंग के अनिल गर्ग, ह्यून राइट आर्गनाइजेशन के राजकुमार गर्ग, नगर निगम की सेवाओं के लिए महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, अय्याज का बहुमान किया गया।
प्रतिदिन मंच की व्यवस्था करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रेम केवलरामानी व हरि चंदनानी, साउंड सर्विस के कार्यकर्ता देवेश व कुणाल यादव, तुलसी सेवा संस्थान के सहयोगी कैलाश अग्रवाल, सीताराम मंगल, सर्वेश्वर अग्रवाल, तुलसी जयंती समारोह समिति के सत्यनारायण सिंहल व प्रदीप शर्मा, महाआरती कराने वाले पंडित संतोष अचार्य व सहयोगियों को भी सम्मान मिला।
चिकित्सा विभाग से परिक्रमा स्थल पर सेवा देने वाले नर्सिग स्टाफ अंजुलिता पॉल व ज्ञाना सेन, राम चाय के जरिए प्रतिदिन सेवा करने के लिए लायंस क्लब अजमेर उमंग के ललित अग्रवाल, तुलसी सेवा संस्थान के ओमप्रकाश मंगल, ह्यूनराइट आर्गनाइजेशन के अशोक टांक व कचोरी प्रसाद वितरण के लिए केशव पीठ संस्थान, गायत्री परिवार के वीरेन्द्र शर्मा, निशुल्क आयुर्वेद सेवाएं देने के लिए कालेडा परिवार के कालीचरण खंडेलवाल, सांयकालील सांस्कृतिक गतिविधियां के सफलतापूर्वक संचालन के लिए ललित शर्मा व नरेन्द्र जैन, पुष्कर और पुलिस लाइन कार्यालय से रामनाम महामंत्रों को लाने व पहुंचाने का अतिविशिष्ट सेवा कार्य करने के लिए हेमंत तायल, परिक्रमा स्थल की सुरक्षा और देखभाल करने के लिए गिरीश व सहयोगियों के अलावा 16 दिन पदवेश व्यवस्था के लिए गोपाल, लक्ष्मण व लोकेश को रामभक्तों की तरफ से सम्मानित किया गया।
प्रतिदिन फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए महेश मूलचंदानी व देवा के अलावा परिक्रमा स्थल पर सेवा देने वाले विहिप एवं बजरंग दल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता लेखराज सिंह राठौड, शशि प्रकाश इंदोरिया, पंडित किशन, कैलाश भाटी, भीमदत्त शुक्ला, आषुतोष शर्मा, सोहनलाल लाल बारूपाल, आदेश ग्रुप के सहयोगी कार्यकर्ता मोनू सेन, गोपाल, महेन्द्र कुमार, प्रकाश सैनी, मनीष के अलावा परिक्रमा महोत्सव से संबधित प्रिंटिंग कार्य के लिए जमालुद्दीन को मंच के जरिए सम्मान मिला।