अजमेर। 54 अरब हस्तलिखित श्रीराम नाम परिक्रमा महोत्सव में प्रतिदिन हजारों की संख्या में रामभक्त परिक्रमा कर रहे हैं। परिक्रमा का सिलसिला 14वें दिन भी बना रहा। सह संयोजक उमेश गर्ग ने बताया कि विश्व में सर्वाधिक विधिवत संकलित 54 अरब हस्तलिखित श्रीराम नाम महामंत्रों की परिक्रमा 15 जनवरी तक की जा सकेगी।
दोपहर के सत्र में श्रीराम राज्य मण्डल की ओर से संगीतमय सुन्दरकाण्ड पाठ की प्रस्तुति दी गई। मंडल के राजू ओझा, प्रतीक ओझा, प्रणय ओझा, ओमप्रकाश ने राग रागिनियों, दोहों और छंदों के माध्यम से सुंदरकांड पाठ के दौरान रामभक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। प्रसिद्ध वायलिन वादक सचेतन राम और मास्टर नरेन्द्र ने क्लासिकल धुनों से सुंदरकाड पाठ को उंचाईयां प्रदान की।
अयोध्या नगरी में इनको मिला सम्मान
उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाजसेवी दिनेश परनामी, प्रेस फोटोग्राफर मुकेश परिहार आदि का समिति की ओर से सम्मान किया गया। श्रीराम नाम धन संग्रह बैंक की ओर से 84 लाख राम नाम का हस्तलेखन पूर्ण करने वाले साधक लीला जोशी, बाबूलाल मौर्य व मूलशंकर का प्रशस्ति पत्र देकर बहुमान किया गया। ओम प्रकाश मंगल, सुमित खेतावत, किशनचन्द बंसल, विष्णु प्रकाश गर्ग और गौरांग किशनानी यजमान रहे।
शाम को महाआरती में अपार जनसमूह उमडा, सामूहिक रूप से राम नाम की आरती में सह संयोजक कंवल प्रकाश किशनानी, सत्यानारायण भंसाली, उमेश गर्ग, मणिलाल गर्ग, अशोक टांक समेत बडी संख्या में रामभक्त शामिल हुए।
प्रभु भक्ति के साथ देशभक्ति का मिलन
देर शाम हुई भजन संध्या में सप्तक परिवार की ओर से भगवान राम को समर्पित ‘वन्देमातरम्’ कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। डॉ एवी पांडे ने वाद्ययंत्र के जरिए यशोमति मैया से बोले नंदलाल…भजन की धुन बजाकर कार्यक्रम का आगाज किया।
प्रियंका कपूर ने भजन जय राम श्रीराम…, गायत्री गौड ने पायो जी मैने राम रतन धन पायो…, रविन्द्र जैन ने जग में केवल राम…, राजीव सक्सेना ने ऐसी लागी लगन…के जरिए माहौल को भक्तिमय बना दिया। नीरज जैमन ने देशभक्ति गीत होंठो पे सच्चाई रहती है…, ललित चतुर्वेदी ने मधुवन खुश्बू देता है…,रमेश सोनी ने देखो ओ दीवानों तुम ये…, विवेक पारीक और विजय जोशी ने भारत म्हारो देश…, जगदीश वच्छानी ने चल अकेला चल अकेला…के जरिए प्रभु भक्ति के साथ देशभक्ति का मिलन कराया।
विनय कपूर ने भजन मैली चादर ओढ के कैसे…, गरिमा खींची ने कान्हा आन पडी में…, कुमारी मुस्कान कोटवानी ने मैं कहता डंके की चोट पर…मुकेश परिहार ने राम का गुणगान करिए…, के जरिए रामभक्तों को निहाल किया।
दीक्षिता जैन ने देश रंगीला… और आकांक्षा वैद्य ने शिवमहीमा… की नृत्यमय प्रस्तुति से दर्शकों की दाद हासिल की। अतिथि कलाकार सीताराम शर्मा ने घुघरू से मनमोहक धुन बजाई। मेडोलिन के जरिए दयाल सैनी ने सजन रे झूठ मत बोलो की…की धुन बजाई तो श्रोता गीत गुनगुनाने लगे। प्रज्ञा गौड ने वंदेमातरम…प्रस्तुति से वातावरण को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया।
भजन संध्या के बीच में गोप मिरानी ने वाद्ययंत्र हवाइन गिटार से भजन ऐ मालिक तेरे बंद हम की धुन छेडी तो भक्त झूमने लगे। बीएन माथुर ने भी वाद्ययंत्र के जरिए सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा…धुन बजाई।
दौरान दीक्षिता जैन द्वारा प्रस्तुत एकांकी को खूब सराहा गया। मुकुल नायक और साथियों ने प्यारा है अजमेर… गीत के जरिए से इस धर्मिक नगरी का नमन किया। रविन्द्र जैन ने कल्याण मंत्र की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ दीपिका शर्मा और उदघोषक वृतिका शर्मा ने किया। सुनील दत्त जैन, रमेश सोनी, राजनीश रोहिल्ला, समेत बडी संख्या में गणमान्य लोग भी भजन संध्या में मौजूद रहे।