अजमेर। 54 अरब हस्त लिखित श्रीराम नाम महामंत्रों की परिक्रमा के 12वें दिन गुरुवार को आजाद पार्क अयोध्या नगरी के खचाखच भरे पांडाल में देर शाम भगवान राम को समर्पित नृत्य, संगीत और भजनों के सजी महफिल ‘नवांकुर’ ने समा बांध दिया।
किशनगढ़ की फ्यूजन एकेडमी के कलाकार नदीम खान, निर्मल राठौड, विशाल जांगिड ने सामूहिक रूप से गणेश वंदना की मनोहारी प्रस्तुति देकर गणपति का आह्वान किया। पीयूष पाराशर ने भजन सुख के सब साथी दुख में न कोय…गाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
वृंदावन में गोपियों और भगवान कृष्ण के मिलन को दर्शाते हुए उत्पला पाराशर और साथी कलाकारों ने कान्हां आन पडी में तेरे द्वार… भजन की नृत्यमय प्रस्तुति दी।
कोमल, फुलवारी, अर्चना अग्रवाल, श्वेता, पारसिल, पायल ने देश रंगीला… गीत की सामूहिक प्रस्तुति देकर समूचे माहौल को देशभक्ति से भर दिया।
कान्हा सो जा जरा…भजन पर सामूहिक नृत्य के दौरान रामभक्तों ने नन्हें कलाकर तनिषा, जया, कनिष्का, रक्षिता, निलीमा का तालियों की गडगडाहट से उत्साहवर्धन किया। नीलोफर परवीन के गाए गीत सत्यम शिवम सुंदरम…को भी खूब पसंद किया गया।
प्रांजल, कोमल, दर्शन, वृंदा, मुग्धा, तनिषा ने प्रभु वंदना हमको मन की शक्ति देना…, विक्रम पंवार, नदीम खान, निर्मल राठौड, विशाल जांगिड, साहिल माथुर, पवन टहलीयानी ने देशभक्ति से ओतप्रात गीत कर चले हम फिदा…गीत की सामूहिक प्रस्तुति देकर खूब तालिया बटोरीं। नीलोफर परवीन ने देश की आजादी के दौरान शहीदों को याद करते हुए गीत ए मेरे वतन के लोगो…गाया तो मौजूद दर्शकों की आंखे भी नम हो गई।
सूरीन प्रजापति, कामना और रक्षिता ने भजन एक तेरा नाम है सांचा…के जरिए रामभक्तों को भक्ति रसधार में हिलोरे लगवाए। विक्रम पंवार ने देशभक्ति गीत सुनो गौर से दुनिया वालो…से कार्यक्रम को उंचाईयां प्रदान की।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि महेन्द्र मित्तल, विशिष्ट अतिथि अनिल गर्ग, राजकुमार गर्ग, अशोक टांक ने समस्त कलाकारों के परिश्रम और कला की तारीफ करते हुए उनका बहुमान किया।