अजमेर। 54 अरब श्रीराम नाम महामंत्र परिक्रमा महोत्सव के 12वें दिन गुरुवार को परवान चढ गई। सुबह से लेकर देर रात चलने वाली परिक्रमा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन धर्मलाभ ले रहे हैं। सुंदरकाड पाठ, संतों के प्रवचन, भजन संध्या और भक्तिभाव से ओतप्रोत कार्यक्रमों का सिलसिला अनवरत जारी है।
सह संयोजक उमेश गर्ग ने बताया कि दोपहर के सत्र में श्रीकांत जांगिड़ व साथियों की ओर से सुन्दरकाण्ड पाठ की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ के सामूहिक पाठ में भक्तों ने बढ चढकर भाग लिया। किशनगढ़ की फ्यूजन एकेडमी की ओर से भगवान राम को समर्पित ‘नवांकुर’ कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। विश्व में सर्वाधिक विधिवत संकलित हस्तलिखित श्रीराम नामों की परिक्रमा 15 जनवरी तक रहेगी। भक्तजन सुबह 6:15 बजे से परिक्रमा कर सकते हैं।
दोपहर के सत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले समाजसेवी किशन गोपाल सिसोदिया, डॉ प्रमोद दाधीच, अयोध्या में शहीद हुए अविनाश माहेश्वरी के पिता माणकचंद माहेश्वरी तथा माता तथा दैनिक नवज्योति के संपादक ओम माथुर व जी—राजस्थान के संभाग प्रमुख मनवीर सिंह चूंडावत का सम्मान किया गया। राम नाम धन संग्रह बैंक की ओर से 84 लाख राम नाम का हस्तलेखन पूर्ण करने वाले साधक गोपाल अग्रवाल व जगदीश अग्रवाल का बहुमान किया गया।
कार्यक्रम के अतिथि अखिल भारतीय धर्म जागरण विधि एवं विज्ञान विभाग के प्रचारक राम प्रकाश ने राम भक्तों को भरोसा दिलाया कि बरसों से राम भक्तों को जिस राम मंदिर निर्माण का इंतजार है वह इंतजार जल्द ही खत्म होगा। देवकृपा ऐसी बन रही है कि अयोध्या में रामलला का भव्यमंदिर बनना इसी साल से शुरू होने का संयोग है।
भक्तिभाव से ओतप्रोत गीत और नृत्यों से सजी महफिल ‘नवांकुर’
बच्चों को पर्यावरण की फिक्र, रामराज्य की परिकल्पना उकेरी
समाजसेवी गिरधारी मंगल ने कहा कि अजमेर में 54 अरब हस्तलिखित राम नाम का भव्य आयोजन भगवान राम की कृपा से ही संभव हो पाया है। भगवान इसी तरह अजमेरवासियों पर कृपा बरसाते रहें। परिक्रमा स्थल की शोभा ऐसी बनी है मानों धरती पर स्वर्ग उतर आया हो।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता कृष्णगोपाल सिंसोदिया ने कहा कि राम काज करना राष्ट्र काज करने जैसा है। राम इस धरा में रचे बसे हैं, राम हमारे जीवन मूल्यों का आधार हैं। इस पवित्र भारत भूमि पर भगवान अवतरित होते रहे हैं। इसलिए इसे देव भूमि कहा जाता है।
डॉ प्रमोद दाधीच ने कहा कि मेरा अनुभव बताता है कि कोई भी काम शुरू कर रहे हों तो सबसे पहले ईश्वर को याद करें। प्रभु नाम ही सफलता दिलाता है। कोई न कोई शक्ति है जो इस ब्रहमांड को चला रही है। इस शक्ति का अस्तित्व स्वीकार करना ही होगा।
महाआरती में उमडा अपार जनसमूह
शाम को होने वाली महाआरती में सह संयोजक कंवलप्रकाश, उमेश गर्ग, अशोक टांक, बालकृष्ण पुरोहित, हेमंत तायल, महेन्द्र जैन मित्तल, अनिष मोयल, मनवीर चूंडावत, ओम माथुर, कृष्ण गोपाल सिसोदिया, राजेन्द्र गांधी, योगेश अग्रवाल, अनिल गर्ग, रमेश तापडिया, राजकुमार गर्ग, विष्णु तापडिया, सीताराम अग्रवाल, हर्ष बंसल, पुष्पेन्द्र डिडवानियां, मुरारी लाल अग्रवाल समेत बडी संख्या में रामभक्तों ने आरती की। श्रीराम जय राम जयजय राम के उदद्योष से समूचा पांडाल गूंज उठा।
बच्चों को पर्यावरण की फिक्र, रामराज्य की परिकल्पना उकेरी
आजाद पार्क अयोध्या नगरी में गुरुवार को आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में बडी संख्या में नन्हे बच्चों ने भाग लिया। ब्रश के जरिए रंगों का सुंदर संयोजन कर पर्यावरण और रामराज्य की परिकल्पना को ड्राइंग शीट पर उकेरा। चित्रकला प्रतियोगिता लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुई।
संयोजक सुरेश शर्मा ने बताया कि कनिष्ठ वर्ग में कक्षा प्रथम से 5 तक के बच्चों ने पर्यावरण विषय पर पुरातन, वर्तमान और आधुनिक भारत में पाए जाने वाले जीव जंतुओं, फलों से लकदक पेडों, नदियों, पहाडों के चित्रण के साथ भविष्य में पर्यावरण की दृष्टि से पूरीपूर्ण धरा का चित्रांकन किया। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों को भी बच्चों ने चित्रित कर सचेत किया।
वरिष्ठ वर्ग में कक्षा 6 से 12 के स्कूली बच्चों ने रामराज्य की परिकल्पना की और उसे रंगों से चित्र का रूप दिया। आज्ञाकारी पुत्र, माता पिता की श्रवण कुमार जैसे सेवा, हर तरफ हरियाली और नदियों में कलकल बहता जल, मंदिरों में सत्संग का पाठ करते लोग जैसी रामराज्य की परिकल्पना को उकेरा। इस प्रतियोगिता में बच्चों 100 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। सभी प्रतियोगियों को लायंस क्लब उमंग की ओर से पुरस्कृत किया गया।
चित्रकला प्रतियोगिता के कनिष्ठ वर्ग में साक्षी प्रथम, तान्या पंवार सैकंड, मेघा तृतीय स्थान पर रहीं। वरिष्ठ वर्ग में आकांक्षा प्रथम, आयुशी अग्रवाल सैकंड और रक्षित शर्मा व पलक दाधीच संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रहे। विजेता प्रतिभागियों को समिति की ओर से 15 जनवरी को परिक्रमा समापन समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
शुक्रवार को होगी भगवान बनो प्रतियोगिता
परिक्रमा महोत्सव में 12 जनवरी को शाम 4 बजे भगवान बनो प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। संयोजक शशि प्रकाश इंदोरिया ने बताया कि इस प्रतियोगिता में तीन आयु वर्ग में जन्म से तीन साल, दूसरे वर्ग में नर्सरी से 5वीं कक्षा और तीसरे वर्ग में छठी कक्षा से 12वीं कक्षा तक के बालक बालिकाएं भाग ले सकेंगे। प्रतियोगिता के तहत राम, कृष्ण जैसे भगवान के किसी भी स्वरूप को धारण कर सकेंगे। रजिस्ट्रेशन परिक्रमा स्थल पर समिति कार्यालय में किया जा रहा है। अधिक जानकारी के लिए 9414666374, 9828029187 पर किया जा सकता है।
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने परिक्रमा कर मनाया जन्मदिन मनाया
शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने गुरुवार को राम नाम परिक्रमा कर अपना जन्मदिन मनाया। उन्होंने कहा कि राम के सिवा दुनिया में कुछ नहीं। राम के आदर्श और व्यवहार जीवन में उतारेंगे तो परिवार, समाज और देश में बंधुत्व भाव का फैलाव होगा। राम के दरबार में आने वाले की इच्छापूति होती है। उन्होंने कहा कि राम तो दया के सागर है, उनके दरबार से कोई खाली हाथ नहीं जाता।
भव्य महाआरती के साथ होगा समापन, बंटेगी तुलसी माला
54 अरब हस्तलिखित श्रीराम नाम महामंत्र परिक्रमा महोत्सव का समापन 15 जनवरी को भव्य महाआरती के साथ होगा। समस्त रामभक्त महाआरती कर सकेंगे। महाआरती शाम 6 बजे होगी। रामभक्तों को आरती का दीपक व थाली घर से सजा कर लानी होगी। समिति ने दीपकों की रोशनी से प्रकाशित अयोध्या नगरी के अनूठे स्वरूप और राम नाम स्तुति का आनंद लेने के लिए सभी धर्मप्रेमियों से आने की अपील की है। राम नाम महामंत्र परिक्रमा रूपी अनुष्ठान के विश्राम पर महामंत्रों का विशेष कृपा प्रसाद 108 मनकों की शुद्ध तुलसी माला एवं गोमूखी वितरीत किया जाएगा। महामंत्रों की पूर्णाहुति में सिद्ध श्रीगोवर्धन वृंदावन से मंगवाई गई तुलसी माला प्रज्ञानंद महाराज के कर कमलों से राम भक्तों में वितरण किया जाएगा।
शुक्रवार 12 जनवरी के प्रस्तावित कार्यक्रम
मध्यान्ह 2ः30 बजे समस्त मानस मण्डल के आचार्य संतोष नाथ व साथियों की ओर से सुन्दरकाण्ड पाठ की प्रस्तुति दी जाएगी। शाम 5ः30 बजे ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद समाज में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले समाजसेवियों सहित अन्य का सम्मान किया जाएगा। महाआरती के बाद शाम 7ः30 बजे कत्थक कला केन्द्र निदेशक नृत्यांगन स्मिता भार्गव भगवान राम को समर्पित ‘नृत्याजंलि’ कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगी। इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रवीण कुमार जैन, गोपाल गोयल कांच वाले, पवन फतेहपुरिया और तेजेश देवेश्वर प्रसाद गुप्ता यजमान रहेंगे।