नयी दिल्ली । राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि आज पूरी दुनिया यह स्वीकार करने लगी है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल्यों को अपनाकर ही विश्व में शांति और सतत विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है।
कोविंद ने मंगलवार को यहाँ राष्ट्रपति भवन में गाँधी शांति पुरस्कार प्रदान करते हुए यह बात कही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में विवेकानंद केंद्र, कन्या कुमारी (2015), अक्षय पात्र फाउंडेशन (2016), एकल अभिनय न्यास (2017) तथा जापान के गांधीवादी योहेई सस्कावा (2018) को यह पुरस्कार दिया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता के बताये रास्ते पर चल कर ही विश्व-समुदाय पर्यावरण और सामाजिक सौहार्द के क्षेत्र की गम्भीर चुनौतियों का सामना कर सकता है। गांधी जी ने पूर्वी और पश्चिमी संस्कृतियों के मानवतावादी मूल्यों का संगम प्रस्तुत किया और सही मायनों में विश्व-मानव के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त की। विश्व समुदाय उन्हें मूर्तिमान भारत के रूप में देखता है।
उन्होंने कहा कि गांधी जी ने सामाजिक, राजनीतिक और नैतिक परिवर्तन की जो महागाथा लिखी, उससे प्रेरित होकर अमेरिका में मार्टिन लूथर किंग जूनियर, दक्षिण अफ्रीका में नेल्सन मंडेला और पोलैंड में लेक वालेसा ने निर्बल लोगों को उनका हक दिलाने के लिए अहिंसापूर्ण आंदोलन किये।