अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या के लोगों ने अपने आराध्य का जन्मोत्सव सादगी के साथ मनाकर कोरोना रूपी दानव के खिलाफ अपनी लड़ाई के संकल्प का परिचय देश दुनिया को कराया।
इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब रामनवमी के पावन पर्व पर पूरे शहर में सन्नाटा पसरा रहा जबकि सदियों से इस मौके पर शहर में 20 से 25 लाख श्रद्धालु देश दुनिया से आकर यहां जुटते थे।
कोरोना वायरस के विस्तार को रोकने के प्रयास के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर में 21 दिनों के लाकडाउन की घोषणा की थी जिसका यहां के बाशिंदो ने अक्षरश: पालन किया और रामजन्मोत्सव को धूमधाम से मनाने के दिलों में उठ रहे ज्वार को शांत रखते हुये राम की नगरी की मर्यादा बरकरार रखी।
लॉकडाउन की वजह से श्रीरामजन्मभूमि परिसर में स्थित रामलला विराजमान मंदिर सहित अयोध्या के सभी मंदिरों और घरों में रामजन्मोत्सव पूरी सादगी से मनाया गया। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए प्रशासन ने आवागमन की अनुमति नहीं दी।
प्राचीन काल से चली आ रही चैत्र मास की नवमी पर्व के अवसर पर रामजन्मोत्सव में अयोध्या श्रद्धालुओं से खचाखच भरी रहती थी। आज के दिन रामनवमी मेले में करीब बीस से पच्चीस लाख श्रद्धालु अयोध्या आते थे और सरयू स्नान करके कनक भवन, हनुमानगढ़ी मंदिर, श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला जैसे प्रमुख मंदिरों में जा करके पूजा-अर्चना करते थे। इन श्रद्धालुओं के विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों से अयोध्या चमकता रहता था।
जन्मोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं का रेला इस कदर बढ़ जाता था कि प्रशासन के लिए भीड़ नियंत्रण करना भी किसी चुनौती से कम नहीं होता था, लेकिन इस बार दृश्य कुछ अलग दिख रहा था। जो प्रशासन श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करता था वही इस बार अयोध्या की सीमाओं से लेकर सभी स्थलों पर निगरानी कर रहा है और एक भी श्रद्धालु अयोध्या में प्रवेश न कर पाए इसके लिए प्रशासन ने बैरीकेडिंग भी लगा रखी है।
अयोध्या के संत व धर्माचार्यों ने भी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे अयोध्या न आएं और अपने घरों में ही धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न करें। यही वजह है कि अयोध्या आज सूनी रही। सरयू तट पर भी सुरक्षा बलों की एहतियात के तौर पर तैनाती की गई थी लेकिन घाटों में पसरा सन्नाटा इस बात की तस्कीद कर रहा था कि यह राम की अयोध्या है जहां की पावन मिट्टी में पलने वाले अपने आराध्य की तरह मर्यादा का पालन करना जानते हैं।