अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में अभी मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन शुरू भी नहीं हुआ है लेकिन चंदा वसूलने की मुहिम जारी हो गई है।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय बंसल ने सोमवार को बताया कि ट्रस्ट के नाम पर श्रद्धालुओं से ठगी का प्रयास शुरू हो गया है। इसी तरह के प्रयास का एक मामला प्रकाश में आने के बाद थाना रामजन्मभूमि में तहरीर दी गई है।
उन्होंने बताया कि चार दिन पहले उनके संज्ञान में आया कि किसी शख्स ने संस्था की वेबसाइट बनाकर ट्विटर एकाउंट खोला है और राम मंदिर निर्माण के लिए गूगल पेमेंट की अपील भी की है। इस जानकारी के बाद उन्होंने ट्विटर एकाउंट का विजुअल निकलवाया तो यह भी पता चला कि सम्बन्धित शख्स ने संस्था के प्रतीक चिन्ह का भी इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
बंसल ने बताया कि इसके चलते सम्बन्धित के विरुद्ध तहरीर देकर एकाउंट तत्काल प्रभाव से बंद कराने व धोखाधड़ी के मामले में कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करने की भी मांग की गई है। रामजन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर वेबसाइट बनाने व ट्विटर एकाउंट खोलने वाले की छानबीन तेजी से हो रही है।
उन्होंने बताया कि शख्स ने अपना पता दिल्ली का दिया है और साथ में ही अपना मोबाइल नम्बर भी दिया है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर कहीं भी बन सकता है और अयोध्या में भी बन सकता है। इसके नाम पर कोई धन संग्रह भी कर सकता है। फिर भी रामजन्मभूमि के नाम पर धोखाधड़ी नहीं की जानी चाहिए।
ट्रस्ट के पदाधिकारी ने बताया कि ट्रस्ट ने 19 फरवरी को अपनी प्रथम बैठक में प्रस्ताव पारित कर एसबीआई अयोध्या में अपना खाता खोला है जबकि ट्रस्ट ने अभी तक कोई वेबसाइट व ट्विटर संचालित नहीं किया है। यह ट्रस्ट ही मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह के लिए अधिग्रहीत है। ऐसे में दूसरे व्यक्ति व संस्था को राम मंदिर के नाम पर धन संग्रह का अधिकार नहीं है।