देवरिया । भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने कहा हैे अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण बिना किसी विवाद के होना चाहिये।
मिश्र ने बुधवार को बातचीत में कहा कि भाजपा चाहती है कि मंदिर निर्माण का मुद्दा आम सहमति से हल हो जाय। उन्होने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो अदालत के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिये। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण बिना किसी विवाद के होना चाहिये। यही देश की जनता भी चाहती है।
सांसद मिश्र ने कहा कि अयोध्या में श्री राम का जन्म हुआ था। यह दुनिया भी जानती है। अयोध्या में राम मंदिर बने यह भाजपा भी चाहती है। मामला फिलहाल देश की शीर्ष अदालत में है। उम्मीद है कि जल्द ही अदालत का फैसला आ जायेगा, जिससे मंदिर बनाने का रास्ता साफ हो जायेगा।
उन्होने कहा कि श्री राम ने लोगों के सहयोग से बड़े- बड़े राक्षसों का विनाश कर समाज में समता मूलक राज्य का निर्माण किया था। भाजपा भी श्री राम के सिद्धान्तों को मानते हुये आम सहमति के आधार पर राम मंदिर बनाने की पक्षधर है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व अध्यक्ष रहे प्रवीण तोगड़िया पर तंज कसते हुये कहा कि वह दूसरी पार्टी बनाकर सिर्फ लोगों का ध्यान भटका रहे है। श्री तोगड़िया पहले विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष रहे हैं। वह अब एक नई पार्टी बनाकर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
पूर्वाचंल के विकास के सवाल पर श्री मिश्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश तथा विशेषकर पूर्वाचंल के विकास के लिये पटेल आयोग का गठन किया गया था। आयोग ने राज्य के विकास के लिये आधारभूत ढांचा करने की सिफारिश की थी। यह सिफारिश आयोग ने पूर्वाचंल के बारे में गहन अध्ययन करके दिया था। इस क्षेत्र के विकास के लिये आधारभूत विकास की जरूरत है, जिसमें सड़क, बिजली, छोटे उद्योग, अस्पताल और शिक्षा की विशेष जरूरत है और आज इसी पटेल आयोग के सुझावों को केन्द में रखकर प्रदेश का विकास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में सड़को का जाल, गांव-गांव बिजली, रोजगार की सुविधा, प्राथमिक पाठशालाओं का विकास कर अच्छे पठन पाठन का माहौल और जनता के स्वास्थ्य के लिये सरकारी अस्पतालों को और विकसित कर जनता को लाभ दिया जा रहा है।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार के बाद प्रदेश में विकास की गति तेज हुई है। उत्तर प्रदेश देश के विकसित राज्यों में शामिल हाेने की ओर अग्रसर है। सरकार किसानों की दीन दशा सुधारने के लिये कटिबद्ध है। किसानों के फसलों का अच्छा दाम मिल रहा है। लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर नदियों पर पुलाें का निर्माण तेजी से हो गया है। बाढ़ से किसानों की फसलों की सुरक्षा के लिये काम किये गये हैं।
किसानों की उपज बढ़ाने के लिये राज्य की राजधानी लखनऊ में 26 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक कृषि कुम्भ का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश विदेश के कृषि विशेषज्ञ शामिल होंगे। इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने के सवाल पर उन्होन कहा कि कुम्भ नगरी को प्राचीन समय में तीर्थराज प्रयाग के नाम से जाना जाता था। इसी को ध्यान में रखकर इसका नाम बदला है।