अयोध्या । उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैय्यद वसीम रिजवी ने कहा है कि अयोध्या में स्थित विवादित रामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का मंदिर निर्माण 2018 में शुरू हो जायेगा।
रिजवी ने रविवार को यहाँ श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के 80वें जन्म महोत्सव में भाग लेने के बाद पत्रकारों से कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अयोध्या में विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण करायेगी।
उन्होंने श्रीरामजन्मभूमि कार्यशाला पहुँचकर राम मंदिर निर्माण के लिये दस हजार रुपये का नकद दान देकर कार्यशाला के प्रभारी स्वदेश से रसीद भी कटवायी और कार्यशाला में जाकर मंदिर के लिये तराशे गये पत्थरों को भी देखा।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिये दान में दी गयी भेंट बहुत बड़ा मोहब्बत का पैगाम है। जिस दिन श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो जायेगा उस दिन देश दुनिया के बहुत से मुसलमान अयोध्या आयेंगे तथा राम मंदिर के लिये दान करेंगे।
रिजवी ने कहा कि यह देश नफरतों से नहीं बल्कि मोहब्बत और भाईचारा से चलेगा। जो मुसलमान देश में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं और राम मंदिर निर्माण में रोड़ा बने हैं वह देश के गद्दार हैं। जिस देश की जमीन पर वह पल रहे हैं उसी की छाती पर खंजर घोंपने का काम कर रहे हैं। दाउद इब्राहिम की तरह ऐसे लोगों की जगह पाकिस्तान में है।
उन्होने कहा कि हिन्दुस्तान का मुसलमान सेकुलर है वह चाहता है कि अयोध्या में रामजन्मभूमि पर मंदिर बने। एक सेकुलर मुस्लिम होने के नाते मैं यहां आया हूँ और चाहता हूँ कि हर हाल में मंदिर बने। चाहे अदालत के फैसले से हो या आपसी बातचीत से या संसद में कानून बना करके 2018 में मंदिर निर्माण में आने वाली सभी बाधायें दूर हो जायेंगी। उसके बाद राम मंदिर बनना प्रारम्भ हो जायेगा।
एक सवाल के जवाब में शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि भगवान राम अयोध्या में पैदा हुए थे। उन्होंने कहा कि कश्मीर को कभी भी भारत से अलग नहीं किया जा सकता। यह भारत का अंग है। जो देश को तोड़ऩे की बात कर रहे हैं वह स्वाभाविक तौर पर देशद्रोही हैं।