अजमेर। रमजान माह की शुरूआत के साथ ही मुस्लिम समाज का मंगलवार को सुबह सहरी के साथ पहला रोजा शुरू हुआ।
राजस्थान के अजमेर स्थित मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र दरगाह शरीफ में पुरुषों और महिलाओं ने दिनभर चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी के बीच अपने गुनाहों की माफी मांगते हुए पहला रोजा रखा। यह सिलसिला पूरे एक माह जारी रहेगा। दरगाह परिसर सहित विभिन्न मस्जिदों में रोजेदारों ने एकांत में बैठकर अल्लाह को याद किया और नेक नियति की कामना की।
अजमेर दरगाह परिसर सहित दरगाह बाजार में भी जायरीन की रौनक खत्म हो गई। दरगाह क्षेत्र खाली खाली एवं सन्नाटे से लबरेज नजर आया। रमजान के एक माह में जायरीन के नहीं आने से क्षेत्रीय व्यापारियों के व्यवसाय पर भी प्रतिकूल असर रहता है।
रमजान के दरमियान जायरीन एकांत में बैठकर खुदा की इबादत में तल्लीन रहते हैं। ऐसे में जायरीन का अपने घरों से निकलकर अजमेर दरगाह पहुंचना लगभग नगण्य सा बना रहता है। रमजान के बाद जब ईद आएगी तब दरगाह सहित पूरे क्षेत्र में रौनक लौट जाएगी।
गौरतलब है कि आज का रोजा पूरे महीने का सबसे लंबा रोजा साबित हुआ है जो करीब पंद्रह घंटे का बैठेगा। रोजा खोलने वालों के लिए दरगाह में दरगाह कमेटी की ओर से इफ्तार के विशेष प्रबंध किए गए हैं।