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जैसलमेर : रामदेवरा में बाबा रामदेव मेला परवान चढ़ा - Sabguru News
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जैसलमेर : रामदेवरा में बाबा रामदेव मेला परवान चढ़ा

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जैसलमेर : रामदेवरा में बाबा रामदेव मेला परवान चढ़ा

जैसलमेर। राजस्थान के सीमांत जैसलमेर जिले में स्थित रामदेवरा में विश्व प्रसिद्ध एवं सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक लोक देवता बाबा रामदेव मेला इन दिनों परवान चढ़ा हुआ हैं और अब तक देश विदेश से करीब 40 लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन कर चुके हैं।

बाबा रामदेव की जयंती पर आज रामदेवरा में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी और भक्तिमय माहौल परवान चढ़ने से मेले में रौनक बढ़ गई। इस दौरान श्रद्धालु हाथों में रंग बिरंगी ध्वजा लिए एवं बाबा की जय जयकार करते हुए दूर दूर से न केवल पैदल आ रहे हैं वरन अपने वाहनों से भी पहुंच रहे हैं और आस्था एवं श्रृद्धा का जुनून इस मेले में देखा जा रहा है। कोरोना के कारण दो साल तक मेला नहीं भरने के बाद इस बार मेला भरने से जातरुओं की भीड़ ज्यादा देखने को मिल रही है।

बाबा भक्त कई किलोमीटर की दूरी से एवं विभिन्न राज्यों से आ रहे पैदल श्रद्धालुओं के लवाजमे ऐसे नजर आ रहे हैं जैसे किसी देश की सेनाएं कहीं अपने अगले पड़ाव पर जा रही हो। भूख, प्यास का नामोनिशान नहीं सिर्फ इच्छा हैं तो बाबा के दर्शनों की।

राजस्थान के पश्चिमी छोर पर आया हुआ है जैसलमेर जिला। इसी जिले में स्थित है रामदेवरा। मरुस्थल में दो किलोमीटर की परिधि में फैला सात हजार की आबादी वाले इस गांव का नाम देश-विदेशों में अलग पहचान रखता है और इसका कारण यहां करोड़ों श्रद्धालुओं के आस्था प्रतीक बाबा रामदेव का समाधि स्थल होना। बाबा रामदेवजी ने लगभग साढ़े छः सौ वर्ष पूर्व राजा अजमाल जी के घर अवतार लेकर इस धरती को अपनी कर्मभूमि बनाया और राजवंश में अवतार लेने के बाद समाज मे पिछड़े वर्ग को गले लगाया और ऊंच-नीच का भेदभाव मिटा सामाजिक समरसता का संदेश दिया। यही कारण है कि बाबा रामदेव जी के अनुयायियों में दलित वर्ग का नाम सबसे पहले आता है।

लोक मान्यताओं के अनुसार लोकदेवता बाबा रामदेव जी चमत्कारिक शक्तियों से परिपूर्ण थे। इसी कारण इनके अनुयायी इनसे अपनी मन्नत मांगते हैं और पूर्ण होने पर बाबा के दरबार में अपनी हाजरी देते है। उन्होंने समाज में सामाजिक कार्य करने के बाद मात्र 33 वर्ष की उम्र में रामदेवरा में भादवा माह शुक्ला एकादशी को जीवित समाधि ले ली थी। उन्ही की याद में अब यहां हर भादवा महीने में मेला भरता है। प्रतिवर्ष भादवा सुदी दूज से एकादशी तक आयोजित होने वाले इस मेले में देश-विदेशों से करीब 50 लाख श्रद्धालु भाग लेते है।

इन दिनों रामदेवरा में यह मेला अपने पूरे परवान पर है। इस बार आयोजित हो रहे 638वें मेले में प्रतिदिन लाखों की संख्या में जातरू पहुंच रहे हैं और बाबा रामदेव जी की समाधि के दर्शन कर रहे है। इसी के कारण रामदेवरा की तरफ आने वाली हर सड़क पर बाबा के ही जातरू दिख रहे है। कोई पैदल, कोई दण्डवत, कोई लुढ़कते हुए तो कोई मोटरसाईकिल, निजी वाहन, बसों और रेलों के माध्यम से रामदेवरा पहुंच रहे है। जातरू हाथों में पचरंगी ध्वजाएँ लिए और बाबा के जयकारे लगाते हुए रामदेवरा आ रहे है। आसमान बाबा थारी जय बोलेंगे, एक दो तीन चार-बाबा तेरी जय जय कार, जब तक सूरज चांद रहेगा-बाबा तेरा नाम रहेगा, आयो रे आयो-बाबो आयो जैसे स्वरचित जयकारों से गूंज रहा है।

कोरोना के कारण जैसलमेर जिला प्रशासन द्वारा लगातार दो मेलों को निरस्त कर दिया गया था। इस बार दो वर्षों बाद आयोजित हो रहे इस मेले में हर वर्ग में अधिक उमंग और उल्लास है। श्रद्धालुओं के साथ साथ व्यापारी भी इस बार खुश है। इस बार मेले में राजस्थान, दिल्ली, उतर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिमी बंगाल आदि राज्यों से हजारों की संख्या में व्यापारी रामदेवरा पहुंचे हैं और अपना व्यापार कर रहे है। मेले में पूजन सामग्री, चुड़ी-कंठी माला, खिलौने, कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, नाश्ता, रेस्टोरेंट्स आदि की दो हजार के लगभग दुकानें सजी हुई है और करोड़ों रुपए का प्रतिदिन व्यापार हो रहा है।

मेले में सेवादार भी श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हुए है। भादवा मेले में दर्जनों की संख्या में भण्डारे लगे हुए है। जिनमे श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भोजन, चाय, पानी, मेडिकल सहित विश्राम की सुविधा है। यहां पहुंचकर श्रद्धालुओं को राहत मिलती है। इस बार भादवा मेले में अधिक भीड़ होगी, इसका अनुमान पहले से ही प्रशासन को था। ऐसे में जिला कलेक्टर टीना डाबी के नेतृत्व में जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, ग्राम पंचायत और बाबा रामदेव समाधि समिति दो माह पूर्व ही तैयारियों में जुट गया था।

ऐसे में सभी व्यवस्थाएं पुख्ता है और श्रद्धालु शांतिपूर्ण बाबा रामदेव जी की समाधि के दर्शन कर रहे है। प्रशासन द्वारा सफाई, मेडिकल, पार्किंग आदि की बेहतर व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं के बढ़े यात्री भार के कारण रोड़वेज द्वारा अतिरिक्त बसें और रेलवे प्रशासन द्वारा कई अतिरिक्त रेलों का संचालन किया जा रहा है।

भादवा मेले में पुलिस और आरएसी का लगभग चार हजार का अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है। इनके द्वारा मेले में सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था को संभाला जा रहा है। जैसलमेर पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायणसिंह राजपुरोहित, डीएसपी अमरजीत चावला और रामदेवरा थानाधिकारी दलपतसिंह चौधरी द्वारा हर व्यवस्था को बेहतर तरीके से संभाला जा रहा है। श्रद्धालुओं को कम समय में दर्शन हो सके इसलिए बाबा रामदेव समाधि समिति द्वारा समाधि स्थल को 24 घण्टे ही खुला रखा जा रहा है। अब तक भादवा मेले में 40 लाख श्रद्धालु बाबा की समाधि के दर्शन कर चुके हैं।