नयी दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ‘स्वच्छ भारत’ अभियान को देश की आत्मा और आवाज बताते हुए शनिवार को कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर खुले में शौच से मुक्त ‘स्वच्छ भारत’ उन्हें सबसे बड़ा उपहार होगा।
कोविंद ने यहां महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि महात्मा गांधी सार्वभौम स्वच्छता के प्रथम प्रवर्तक थे। उनके लिए मानव मात्र का आत्मसम्मान काफी महत्वपूर्ण था। जिसप्रकार करोड़ों देशवासियों ने ‘स्वच्छ भारत’ के सैनिक के रूप में अभियान में हिस्सा लिया वह राष्ट्रपिता के लिए निश्चित रूप से गौरव का विषय होता। यदि हम दो अक्टूबर 2019 को बापू की 150वीं जयंती पर देश का पूरीतरह खुले में शौच से मुक्त कर सकें तो यह हमारी ओर से उनके लिए सबसे बड़ा उपहार होगा।