मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी का कहना है कि वह सभी निर्देशकों को अपना गुरु मानती हैं। रानी मुखर्जी ने फिल्म ‘हिचकी’ के जरिए चार साल बाद बॉलीवुड में कमबैक किया है।
फिल्म में उन्होंने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया है जो टीचर बनना चाहती है, लेकिन वह टॉरेट सिंड्रोम से पीड़ित है। इस वजह से उसे काफी संघर्ष करना पड़ता है। रानी मुखर्जी की इस फिल्म की कहानी ‘ब्रैड कोचिन’ की किताब पर आधारित है। इसमें वह इस बीमारी से जूझने के बावजूद टीचर बनने की इच्छा रखती हैं और संघर्ष करते हुए सफल भी होती हैं।
रानी ने बताया कि कैसे उनके जीवन में टीचर्स की महत्ता रही है। जिन-जिन निर्देशकों के साथ उन्होंने काम किया, उन्हें वो अपना गुरु भी मानती हैं। उनके हिसाब से फिल्मों में काम करते वक्त उनसे काफी कुछ सीखने को मिलता है। रानी ने रोशन तनेजा का सबसे पहले जिक्र किया।
उनके मुताबिक एक्टिंग की शुरुआत करने वाले लोगों के लिए रोशन, चीजों को काफी सरल बना देते हैं। इसके अलावा उन्होंने मणिरत्नम और कमल हासन का भी जिक्र किया जिससे उन्हें एक्टिंग के गुण सीखने को मिले। उन्होंने समकालीन अभिनेताओं में रणवीर सिंह के अभिनय की तारीफ की और उनके साथ काम करने की इच्छा भी जाहिर की।