शाहजहांपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता चिन्मयानंद के खिलाफ कानून की छात्रा की ओर से बलात्कार और शोषण के आरोप के कमलबंद बयान के बाद उनकी हालत और बिगड गई है।
डाक्टरों की पूरी टीम उनके स्वास्थ्य की जांच कर रही है। उनका शुगर लेबल लगातार कम और ज्यादा हो रहा है जिससे इलाज में परेशानी हो रही है। स्वामी का इलाज उनके घर में हो रहा है। छात्रा के बयान के बाद ही सोमवार की रात चिन्मयानंद की तबीयत खराब हो गई थी। दूसरे दिन भी उनकी हालत में कोई सुघार नहीं हुआ जबकि आज बुधवार को उनकी हालत और बिगड गई।
कानून की छात्रा ने सोमवार को मजिस्ट्रेट के सामने बयान में कहा था कि चिन्मयानंद ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया और नहाते समय उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। छात्रा ने मजिस्ट्रेट को कुछ सबूत भी सौंपे थे।
छात्रा का कहना है उसका बयान धारा 164 के तहत दर्ज कराया गया था लिहाजा अब तक स्वामी चिन्मयानंद की गिरफतारी हो जानी चाहिए थी। स्वामी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।
दूसरी ओर राज्य सरकार का कहना है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर चिन्मयानंद मामले की जांच एसआईटी कर रही है और सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है।