नागपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व प्रवक्ता एम जी वैद्य का लंबी बीमारी के शनिवार को यहां निधन हो गया। वह 97 वर्ष के थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एमजी वैद्य पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे, जिसके कारण उन्हें नागपुर के स्पंदन अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
एमजी वैद्य कुछ दिन पहले कोरोना वायरस संक्रमण के शिकार हुए थे। हालांकि, उन्होंने कोरोना संक्रमण को मात दे दी थी। वह एक पत्रकार, पूर्व एमएलसी, संस्कृत विद्वान और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आधिकारिक प्रवक्ता थे।
उनका अंतिम संस्कार रविवार को अंबाझरी घाट पर किया जाएगा।
नितिन गडकरी ने अपने शोक संदेश में कहा, वरिष्ठ स्वयंसेवक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ संपादक और विचारक। वैद्यजी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। वैद्यजी को सभी सरसंघ चालकों के साथ पूज्य गुरुजी के साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और उनसे निकटता का अनुभव हुआ।
उन्होंने कहा, संघ के वैचारिक गठन में वैद्यजी का बहुत बड़ा योगदान है। अंतिम सांस तक वह हमारी विचारधारा के लिए समर्पित रहे। नागपुर तरुण भारत के संपादक के रूप में पत्रकारिता में उनका योगदान हमेशा सभी पत्रकारों के लिए एक प्रेरणा स्रोत होगा। विदर्भ में जनसंघ के गठन में उनका बड़ा योगदान है। विधान परिषद के सदस्य के रूप में उनका करियर हमेशा सभी जनप्रतिनिधियों के लिए एक आदर्श होगा।
गडकरी ने कहा कि मेरा बचपन से वैद्यजी से व्यक्तिगत और करीबी रिश्ता रहा। मुझे हमेशा उनका मार्गदर्शन और आशीर्वाद मिला है। वास्तव में, वैद्य जी सौ साल जिएंगे, यह दृढ़ विश्वास था, लेकिन नियति के मन में कुछ अलग था। यह बहुत दुखद है कि एक तेज औद समृद्ध व्यक्तित्व हमसे दूर चला गया है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे।