जयपुर। कोरोना संकट के इस समय में जहां अपने ही साथ छोड़ रहे हैं वही कुछ हाथ ऐसे हैं जो प्राणों की परवाह किए बिना पीड़ितों की सेवा के लिए उठ रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक कोरोना संकट से घिरे लोगों की मदद के लिए काम कर रहे हैं।
देश में जब कभी भी प्राकृतिक आपदा या महामारी आई लोगों की मदद के लिए सबसे पहले पहुंचने वालों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों का नाम उभरकर आता है। वर्तमान में भी देश और राज्य में कोरोना महामारी का संकट छाया हुआ है। हर तरफ पीड़ा दर्द और मायूसी के हालात हैं, संकट की इस घड़ी में परिजन रिश्तेदार भी अपनों से मुंह मोड़ रहे हैं तब ऐसी स्थिति में संघ के स्वयंसेवक लोगों की सहायता के लिए आगे आ रहे हैं।
प्रदेश के सबसे बड़े कोरोना हॉस्पिटल राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) में भी कोरोना संक्रमित और उनके परिजनों की सहायता के लिए संघ के स्वयंसेवक तत्पर है। सोमवार को पीपीई कीट पहन अस्पताल में सफाई से लेकर परिजनों की सहायता के कार्य में जुटे रहे हैं स्वयंसेवक।
मास्क, काढा वितरण. बेड, ऑक्सीजन में मदद
आरयूएचएस हॉस्पिटल मैं सोमवार को बड़ी संख्या में संघ के स्वयंसेवक गणवेश में दिखाई दिए। स्वयंसेवकों ने संक्रमितों के परिजनों को मास्क और काढा वितरित किया। वहीं वार्ड में भर्ती मरीजों को गरम पानी पहुंचाने के साथ ही ओपीडी में आने वाले मरीजों की भर्ती से लेकर मरीजों के परिजनों की आवास व्यवस्था तक स्वयंसेवक कर रहे हैं। अस्पताल में आने वाले लोगों की मदद के लिए अस्पताल में बेड़स की संख्या, ऑक्सीजन की उपलब्धता, के साथ ही मरीजों को भर्ती में मदद से आदि कार्य कर रहे हैं।
सेवा भारती की 24 घंटे हेल्पडेस्क
अस्पताल के सामने सेवा भारती की ओर से हेल्प डेस्क लगाई हुई है। 24 घंटे काम करने वाली इस हेल्प डेस्क पर 4-4 घंटे के अंतराल पर स्वयंसेवक लगे हुए हैं। मरीज का कोई भी परिजन हेल्प डेस्क पर पहुंचकर मदद ले सकता है। सेवा भारती की ओर से प्रताप नगर शहीद शहर में चार जगह कोरोना संक्रमित के परिजनों के ठहरने के लिए निशुल्क आवास व्यवस्था कर रखी है।
सेवा ही परम राष्ट्र धर्म का लक्ष्य—विनायक
संघ के सांगानेर विभाग प्रचारक विनायक कुमार के नेतृत्व में स्वयंसेवक कोरोना मरीजों और उनके परिजनों की सेवा में जुटे हुए हैं। अपने प्राणों की परवाह किए बिना स्वयंसेवक लगातार सेवा को परम कर्तव्य मानते हुए कार्य कर रहे हैं। विनायक कुमार का कहना है स्वयंसेवक के लिए राष्ट्र कार्य पहले हैं। सेवा कार्य को परम धर्म मानते हुए संघ के स्वयंसेवक इस वैश्विक महामारी में लोगों की सेवा कर रहे हैं। देश के लोगों पर जब कभी भी आपदा आई तब संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले लोगों की सहायता के लिए पहुंचे हैं।