नयी दिल्ली । उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि सांसदों को संसद के अंदर राजनीति करने के बजाय गरीबों और पिछड़ों के कल्याण की नीति बनाने में अपना श्रेष्ठ योगदान देना चाहिए।
नायडू ने यहां शनिवार को राज्यसभा के नवनिर्वाचित तथा मनोनीत सांसदों के ओरिएंटेशन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सदन के नियम सभी के लिए सर्वोपरि हैं और वे सब नियमावली से बंधे हैं। उन्होंने कहा कि नियमों में लोक महत्व के मुद्दे उठाने के पर्याप्त अवसर हैं। नियमों का पूरी तरह से पालन करके वे उपलब्ध समय का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल कर सकते हैं।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में अलग-अलग विचारों की अभिव्यक्ति की पर्याप्त गुंजाइश रहती है। जब किसी मुद्दे पर विस्तार से बहस होती है और अलग-अलग विचार उभरकर आते हैं तो उस पर आधारित अंतिम विधेयक ज्यादा व्यापक होता है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा निर्धारित नियमों तथा प्रक्रियाओं पर चलती है और नियमों का पालन करने से सदन सुचारू ढंग से चलता है। इस कार्यक्रम में अाप इन नियमों तथा महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं से अवगत होंगे।