अजमेर। साक्षात भगवान शंकर-पार्वती के स्वरूप राठौड़ बाबा एवं गणगौर माता के दरबार में मंगलवार को हाजरी देकर भक्तों ने आशीर्वाद लिया।
भक्तजन काफी तादाद में सुबह से ही आना शुरू हो गए और राठौड़ बाबा व गणगौर माता के साक्षात दर्शन कर अनुभूति प्राप्त की। माना जाता है किे जिसने अजमेर की राठौड़ बाबा एवं घसेटी धड़े की ऐतिहासिक गणगौर सवारी को नहीं देखा, मानों उसने अजमेर का असली वैभव, ऐश्वर्य, परम्परा औऱ पुरानी परकोटे की संस्कृति को ना देखा, ना समझा ना ही महसूस किया। अजमेर की सांस्कृतिक एवं सोहार्द की अनोखी मिसाल है, जिसमें सभी मिललुलकर उल्लास व उमंग से त्योहार का आनंद लेते हैं।
आज मोदियाना गली, होली दड़ा, सराफा पोल, खटोला पोल, नया बाजार व आसपास के इलाके की कुछ अलग ही रौनक रहती है। महिलाओं ने गीत गाकर मंगल कामना की। लच्छा व मेहंदी वितरित की गई। प्रसाद का वितरण किया गया।
भव्यता का गणगौर उत्सव का अनूठा पर्व कोरोना की पाबंदी के बाद 2 साल बाद लौटा है। ऐसे में आमजन में ज्यादा ही उत्साह रहा। मोदियाना गली में मुन्नालाल अग्रवाल, होलीदड़ा में पार्षद कृष्णगोपाल त्रिपाठी ने समाजसेवी कमल गंगवाल, राजेन्द्र गांधी का स्वागत कर उन्हें प्रसाद दिया।