नयी दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री ने विश्वकप जीतने के लिये कप्तान विराट कोहली पर अत्यंत निर्भरता से इंकार करते हुये कहा है कि पिछले पांच वर्षाें के प्रदर्शन से स्पष्ट है कि टीम किसी एक खिलाड़ी पर आश्रित नहीं रही है।
शास्त्री ने कहा कि भारतीय टीम को आगे ले जाने के लिये अकेले विराट पर दबाव नहीं है। उन्होंने कहा,“ यदि आप पिछले पांच वर्षाें को देखें तो टीम इंडिया ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और हमेशा शीर्ष दो या तीन पायदान पर रही है। पिछले पांच वर्षाें में हमारी टीम नंबर एक टेस्ट टीम बनी और ट्वंटी 20 में शीर्ष तीन में रही। इस पायदान तक पहुंचने के लिये आप किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं रह सकते हैं।”
भारतीय कोच ने दुबई में एक वेबसाइट को दिये साक्षात्कार में कहा,“ हमारी टीम का रिकार्ड निरंतर रहा है और आपको इस लय को बनाये रखने के लिये उसी तरह के खिलाड़ियों की जरूरत होती है। इसका श्रेय पूरी टीम को जाता है।” भारतीय टीम 30 मई से आईसीसी विश्वकप में विराट की कप्तानी में उतरेगी जो टीम के स्टार बल्लेबाज़ भी हैं।
शास्त्री ने साथ ही विश्वकप में 15 सदस्यीय के बजाय 16 सदस्यीय टीम होने की भी वकालत की। उन्होंने टीम चयन को लेकर कहा,“ मैं कभी भी चयन में हस्तक्षेप नहीं करता। यदि मेरी कोई सोच होती है तो हम कप्तान को बताते हैं। जब आपको 15 खिलाड़ी ही चुनने हैं तो किसी को बाहर तो करना पड़ेगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, मैं तो 16 खिलाड़ियों का चयन करता। हमने यह काफी पहले आईसीसी से भी कहा था कि 15 के बजाय 16 सदस्यीय टीम होनी चाहिये।”
पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि जिन खिलाड़ियों का चयन नहीं हुआ है उन्हें निराश नहीं होना चाहिये क्योंकि मौका कभी भी मिल सकता है। उन्होंने कहा,“ जो टीम में जगह नहीं बना पाये हैं उन्हें निराश नहीं होना चाहिये। यह हैरान करने वाला खेल है जहां कभी भी मौका मिल सकता है। कुछ खिलाड़ी चोटिल हो जाते हैं तो आपको कभी भी टीम में जगह मिल सकती है।”
अंबाटी रायुडू, रिषभ पंत और तेज़ गेंदबाज़ नवदीप सैनी को टीम में नहीं चुने जाने पर मचे बवाल के बीच बीसीसीआई ने इन तीनों ही खिलाड़ियों को विश्वकप के लिये वैकल्पिक खिलाड़ी चुनकर एक उम्मीद बंधा दी है। वहीं भारतीय टीम के नंबर चार पायदान काे लेकर उन्होंने माना कि यहां किसी काे भी मौका मिल सकता है। उन्होंने कहा,“ यह क्रम सबके लिये खुला है। परिस्थितियों के हिसाब से किसी काे भी मौका मिल सकता है। शीर्ष तीन के बाद यह बहुत लचीला नंबर है।”
विश्वकप में पसंदीदा टीम को लेकर उन्होंने इंग्लैंड को चुना। कोच ने कहा,“इंग्लैंड की टीम पिछले दो वर्षाें में सबसे अधिक लयबद्ध तरीके से खेलती रही है। उनकी टीम में बहुआयामी प्रतिभा के खिलाड़ी हैं। गेंदबाजी और बल्लेबाजी में काफी गहराई है और वे अपने घर में भी खेल रहे हैं।”