अजमेर। राजगढ के श्रीमसाणिया भैरव धाम पर नववर्ष के पहलेे रविवारीय मेले में आस्था का सैलाब उमड पड़ा। धाम पर श्रद्धालुओं का आगमन शनिवार से ही आरम्भ हो गया था। रविवार सुबह चम्पालाल महाराज ने चक्की वाले बाबा, बाबा भैरव मां कालिका एवं सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की पूजा अर्चना की।
धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने श्रद्धालुओं के साथ प्रदेश व देश की जनता को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या देश व समाज के लिए अभिशाप है जिसका फल आने वाली पीढ़ी को भोगना होगा। बेटी भाग्य विधाता से अपना भाग्य स्वयं लिखाकर लाती है और लक्ष्मी का रूप होती है।
उन्होंने सभी को कोरोना का टीका लगवाने के लिए आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना जीवन लेता है व वैक्सीन जीवन देता है इसलिए सभी को जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि धाम पर अब तक लगभग 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने स्वैच्छिक नशा मुक्ति व बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ महाभियान में संकल्प लिया है। श्रद्धालुओं के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारों से भैरवधाम गूंज उठा। मेले में राजगढ़ धाम पर देश व प्रदेश के आम और खास श्रद्धालुओं के साथ भारी जनसैलाब बाबा भैरवनाथ व मां काली व चम्पालाल महाराज का आशीर्वाद लेने के लिए उमड़ पड़ा।
श्रद्धालुओं को अपनी बारी के लिए कई घण्टों तक कतारबद्ध रूप में खड़े होकर इंतजार करना पड़ा। रविवारीय मेले में राजगढ़ धाम पर भीड़ का आलम यह था कि कि आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 25 हजार से अधिक के आंकड़े को भी पार गई। धाम पर कोरोना गाइडलाइन के अनुरूप ही सभी को प्रवेश दिया गया।
राजगढ़ धाम पर रविवारीय मेले में दिनों दिन बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड के चलते मेले जैसा आलम नजर आ रहा था। धाम के चप्पे चप्पे पर श्रद्धालुओं का हुजूम नजर आ रहा था। रविवारीय मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को चलते राजगढ़ गांव में रास्तों पर जाम लग गया जिससे श्रद्धालुओं को यातायात से आवागमन मे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
धाम पर रविवार को अजमेर के भजन गायकों ने भजनो की गंगा बहाई। भजन गायक ज्योति सैनी व गोविन्द व मुरलीधर ने अपने मधुर भजनों के माध्यम से धाम पर आए श्रद्धालुओं को झूमने व नाचने पर मजबूर कर दिया।
राजगढ़ धाम पर मेले में देश व प्रदेश के श्रद्धालुओं के साथ भक्तो ने चक्की वाले से ढ़ोल ढमाको के साथ नाचते सदर बाजार होते हुए मुख्य मंदिर पर पहुंच कर बाबा भैरव व मां कालिका के जयकारो के साथ में झंड़े भी चढाए।
धाम पर हजारों श्रद्धालुओं के साथ व्यवस्थापक ओमप्रकाश सेन, रमेश सेन, अविनाश सेन, राहुल सेन, पदमचन्द जैन, सुरेश खण्ड़ेलवाल, शंकर मिस्त्री, सुरेश गुर्जर, पुनित, कमल, रामप्रसाद जाग्रत आदि व्यवस्थाओं को सम्भालने के लिए मौजूद रहे।
3200 श्रद्धालुओं ने लिया नशामुक्ति का संकल्प
रविवारीय मेले में धाम पर पहुंचे 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं में से लगभग 3200 ने धाम पर चल रहे नशामुक्ति महाअभियान में चम्पालाल महाराज की प्रेरणा व आशीर्वाद से शराब, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, ड़ोड़ा पोस्त, अफीम, चरस, गांजा, चोरी व अपराध को अपने जीवन मे दुबारा नहीं करने का संकल्प लिया।
चम्पालाल महाराज ने कहा कि नशा नाश का कारण है एवं नशा अपराध की जड़ है व नशे से परिवार बिगड़ता है, राष्ट्र बिगड़ता है। राष्ट्र और परिवार की खुशहाली की पहचान नशा मुक्त हो हर इंसान। भैरव धाम राजगढ़ पर चल रहे नशामुक्ति अभियान में स्वेच्छा से अब तक लगभग 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने नशे का त्याग किया है।