अजमेर/पुष्कर। तीर्थनगरी पुष्कर में रविवार को रावत महासभा की ओर से आयोजित सम्मान समारोह उस वक्त देखते ही देखते कुछ पल के लिए अखाड़े में बदल गया जब समारोह में समाज के ही कुछ लोगों द्वारा विरोध स्वरूप नारेबाजी की गई।
आयोजन के बीच में ही विरोध करने वालों और उपस्थित लोगों के बीच जमकर लात-घूंसे भी चले। समारोह में कुछ लोगों ने कुर्सियां तक फेंक डाली। विवाद के दौरान कुछ युवकों के गहरी चोटें भी लगी। माहौल बिगड़ते देख आयोजनकर्ताओं ने एक बार तो कार्यक्रम को बीच में ही रोक दिया।
कुछ देर बाद समाज के पदाधिकारियों की समझाई पर विरोधी गुट को समारोह स्थल से बाहर खदेड़ा गया तब जाकर कार्यक्रम वापस शुरू हुआ। उधर, मारपीट के शिकार हुए युवकों ने समाज के करीब 17 लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है।
दरअसल कार्यक्रम को लेकर राजनीति से जुड़े कुछ लोगों को सम्मान समारोह में आमंत्रित नहीं करना विवाद का कारण बताया गया। वही समाज के महंत सेवानंद गिरी की उपस्थित पर भी एक पक्ष का ऐतराज था जिसे लेकर इतना बड़ा विवाद खड़ा हो गया।
इस घटना के बाद पूरे मामले से समाज की प्रतिष्ठा और एकजुटता पर सवाल खड़े हुए। गौरतलब है कि हर साल रावत महासभा समाज के होनहारों का सम्मान करती है और इसी कड़ी में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। हंगामा शांत हो जाने के बाद प्रतिभावानों को स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र भेंटकर हौसला अफजाई की गई।