नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने डिजिटल भुगतान तथा डिजिटल माध्यम से वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान संख्या प्राधिकरण (आधार) के पूर्व अध्यक्ष नंदन नीलेकणि की अध्यक्षता में समिति बनाई है।
केन्द्रीय बैंक ने मंगलवार को यहां जारी बयान में कहा कि समिति को अपनी पहली बैठक के बाद 90 दिनों में रिपोर्ट देनी होगी। नीलेकणि की अध्यक्षता वाली समिति में रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर एस आर खान, विजया बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर सांसी, सूचना प्रौद्याेगिकी विभाग की पूर्व सचिव अरुणा शर्मा और आईआईएम अहमदाबाद के सेंटर फार इन्नोवेशन, इनक्युबेशन एंड आंत्रप्रेशनरशिप के मुख्य इन्नोवेशन अधिकारी संजय जैन सदस्य बनाए गए हैं।
समिति को देश में भुगतान के डिजिटलीकरण, वर्तमान तंत्र में डिजिटल भुगतान में अंतर को दूर करने के उपाय, वित्तीय समावेशन में वर्तमान में डिजिटल भुगतान के साथ ही देश में डिजिटल भुगतान को सुरक्षित बनाने पर सुझाव देना होगा।