नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों ने वर्ष 2012 के बाद नियुक्त कर्मियों की पेंशन को अद्यतन करने और सहभागी भविष्य निधि/ अतिरिक्त भविष्य निधि के लिए अनुदान देने की मांग को लेकर चार और पांच सितंबर को पूरे देश में सामूहिक अवकाश पर जाने के निर्णय को अगले वर्ष जनवरी तक के लिए टाल दिया है।
यूनाटेड फोरम आॅफ रिजर्व बैंक आफिसर्स एंड एम्पलॉयीज( यूएफआरबीओई) ने इस सामूहिक अवकाश का आह्वान किया था। संगठन ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि उसके और रिजर्व बैंक प्रबंधन के बीच हुयी कई बैठकों के बाद सामूहिक अवकाश पर जाने काे अलगे वर्ष जनवरी के पहले सप्ताह तक टालने का निर्णय लिया गया।
रिजर्व बैंक प्रबंधन ने इस मुद्दे का हल निकालने के कुछ और समय की मांग की थी जिसके मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। सूत्रों के अनुसार रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने पिछले तीन दिनों में सामूहिक अवकाश को समाप्त करने की दिशा में संगठन के साथ कई बार बैठकें की है।
केन्द्रीय बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश पर जाने से रिजर्व बैंक के कामकाज प्रभावित होने के साथ ही देश में बैंकिंग गतिविधियों के भी इसके चपेट में आने की आशंका जताई जा रही थी।