अजमेर। अजमेर डेयरी के नवीन प्लांट का आरसीडीएफ की प्रबंध संचालक सुषमा अरोड़ा ने गुरूवार को अवलोकन किया।
अवलोकन के बाद प्रेस वार्ता के दौरान अरोडा ने कहा कि सहकारिता एक आन्दोलन है। इसमें बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप बदलाव की आवश्यकता है। ग्राहक की वैयक्तिकता तथा आवश्यकता के आधार पर नए उत्पाद बाजार में उतारे जाएंगे। बाजार में उत्पादों के मध्य प्रतिस्पर्धा है। इस दौरे में भी सहकारिता संस्थाओं द्वारा उक्त गुणवतायुक्त उत्पाद प्रदान किए जा रहे है। अजमेर डेयरी का गुणवत्ता पर पूरा फोकस है। उपभोक्ताओं को मिलावट रहित सामग्री मिलनी चाहिए। यह उनका अधिकार है। उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए दूध के मूल्य में बढ़ोतरी नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि अजमर डेयरी के नवीन प्लांट में आधुनिक तकनीक तथा मशीनों का उपयोग किया गया है। इससे सहकारिता आन्दोलन सुदृढ़ होगा साथ ही पशुपालक भी आर्थिक रूप से आत्म निर्भर होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के पश्चात पशुपालन ही आजीविका का प्रमुख साधन है। राजीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को पशुपालन के साथ जोड़ने की दिशा में कार्य किया जाएगा। इसके साथ-साथ पशुपालन तथा दुग्ध उत्पादों के प्रति जागरूकता पैदा करने में आंगनबाड़ी कार्मिकों का सहयोग लिया जाएगा। पशुपालकों से खरीदे जाने वाले दूध में समय-समय पर वृद्धि की गई है।
उन्होंने कहा कि दूध का संकलन बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। इसके लिए नए मिल्क रूट बनाए जाएंगे। नए प्लांट से सम्पूर्ण दूध की प्रोसेसिंग संभव है। सरस के उत्पाद उच्च गुणवत्ता वाले होते हैं। भारतीय सेना के कड़े मानकों पर उत्पाद खरे उतरे हैं। इसलिए उन्हें दुग्ध उत्पाद सप्लाई किए जा रहे है। राज्य की कमजोर डेयरियों का सुद्धढ़ीकरण करने का कार्य किया जाएगा। एनबीडीडी के माध्यम से आरंभ होने वाली 167 करोड़ की परियोजनाएं इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। इन परियोजनाओं की सैद्धान्तिक स्वीकृति दी गई है।
अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने कहा कि वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 2.55 लाख लीटर दुध का संग्रह प्रतिदिन किया जा रहा है। इसमें से 2.35 लाख लीटर दूध का नियमित विपणन होता है। शेष दूध से दुग्ध उत्पाद बनाए जा रहे है।
अजमेर डेयरी के प्रबन्ध निदेशक मदन लाल ने कहा कि नवीन डेयरी प्लांट के अवलोकन के समय अरोड़ा का ग्रामस्तरीय दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के सदस्यों द्वारा स्वागत किया गया। सदस्यों के डेयरी एवं पशुपालक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।