देश में कोरोना महामारी की बहुत ही भयावह स्थिति बनती जा रही है । मौजूदा समय में हर रोज़ देश में अब संक्रमितों का आंकड़ा 40 हजार के पार पहुंच रहा है । इस महामारी से लोगों में अब जबरदस्त डर का माहौल भी बनने लगा है । लेकिन उससे भी खतरनाक मेडिकल संस्थाओ और सरकारों के गैर जिम्मेदाराना बयान है, जो इस महामारी के कम्युनिटी ट्रांसमिशन फैलने को लेकर आए दिन दिए जा रहे हैं ।
पिछले महीने जून में दिल्ली के एम्स निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने बेधड़क बयान देते हुए हुए कहा था कि भारत में यह महामारी कम्युनिटी ट्रांसमिशन के रूप में परिवर्तित हो चुकी है । गुलेरिया के बयान पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने काफी नाराजगी जताते हुए कहा था कि यह उनका निजी बयान है अभी देश में यह महामारी कम्युनिटी ट्रांसमिशन में नहीं पहुंची है । हर्षवर्धन की नाराजगी के बाद एम्स के निदेशक गुलेरिया को अपने बयान से पीछेे हटना पड़ा था । लेकिन उन्होंनेे देश की जनता डराने में कोई कसर नहींं छोड़ी थी। सोमवार को एक बार फिर से एम्स निदेशक गुलेरिया ने कम्युनिटी स्प्रेड फैलने को लेकर फिर बयान जारी कर दिया है।
हो सकता है कल जब स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और केंद्र सरकार का गुलेरिया पर दबाव पड़ जाए तो वह फिर अपने बयान से पलट सकते हैं, जैसा कि उन्होंने पिछले महीने किया था । ऐसेे ही आईसीएमआर ने भी कम्युनिटी स्प्रेड को लेेकर गैर जिम्मेदाराना बयान दिया था । बाद में यह देश की सबसेे बड़ी संस्था भी अपने बयान को लेकर बैकफुट पर आ गई थी । अब एक बार फिर से सोमवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ सर गंगा राम हॉस्पिटल के डॉक्टर अरविंद ने बेधड़क बयान जारी करते हुए कहा, देश में यह महामारी कम्युनिटी स्प्रेड के रूप में परिवर्तित हो चुकी है ।
पहले बयान दिए जाते हैं फिर उसके बाद सफाई दी जाती है
भारत में कोरोना महामारी को लेकर इतनी लापरवाही दिखाई जा रही है कि जनता भी असमंजस की स्थिति में है । भारत में कोरोना वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हुआ है या नहीं, इस सवाल पर शुरुआत से ही बहस जारी है । बीते दिन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कम्युनिटी स्प्रेड की बात की थी, लेकिन अब एसोसिएशन अपनी बात से पलट गया है । बता दें कि रविवार को आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया के चेयरपर्सन डॉ वी के मोंगा ने कहा था कि देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से फैल चुका है । लेकिन अब सोमवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि जो भी बयान दिया गया है उसे निजी बयान ही माना जाए । आईएमए देश की बहुत ही जिम्मेदार हेल्थ संस्था है उसे ऐसे बयान देना है पहले सोच लेना चाहिए कि देश की जनता पर इसका कितना बुरा प्रभाव पड़ता है । अब अपने नए बयान में आईएमए ने दावा किया है कि देश के कुछ शहरी इलाकों में कुछ क्लस्टर बने हैं, लेकिन ग्रामीण इलाके में किसी तरह का कोई खतरा फिलहाल नहीं है । क्योंकि ग्रामीण इलाकों में लोग खुले इलाके में रहते हैं ।
दिल्ली और गोवा सरकार ने कम्युनिटी स्प्रेड फैलने को लेकर विरोधाभास बयान दिया था
आपको याद होगा पिछले महीने जून में दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कम्युनिटी स्प्रेड के देश में फैलने को लेकर अलग-अलग बयान जारी किए थे । बाद में गृहमंत्री अमित शाह के नाराजगी जताने बाद मनीष सिसोदिया ने सफाई देते हुए कहा था कि मैंने दिल्ली में बढ़ते संक्रमित मरीजों की संख्या देखते हुए यह बयान जारी कर दिया था, बाद में सिसोदिया ने अपने बयान के लिए खेद भी जताया था । ऐसे ही गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी अपने राज्य में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए कम्युनिटी ट्रांसमिशन फैलने की बात कही थी हालांकि बाद में केंद्र सरकार के बढ़ते दबाव के आगे उन्होंने चुप्पी साध ली थी ।
दरअसल, कम्युनिटी स्प्रेड को लेकर कई बार सरकार और राज्य सरकारों में मतभेद देखने को मिले हैं । दिल्ली सरकार कई बार दिल्ली में कम्युनिटी स्प्रेड की बात कह चुकी थी, लेकिन केंद्र सरकार ने नकार दिया था । अब एक बार फिर से देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर बहस शुरू हो चुकी है । यहां आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे में देश में महामारी के 40 हजार से अधिक केस आने लगे हैं । वैसे इन दिनों भारत में महामारी की स्थिति बहुत ही खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है, ऐसे में केंद्र, राज्य सरकारों या मेडिकल संस्थानों को कोरोना फैलने की स्थिति की वास्तविक तस्वीर जारी करनी चाहिए ।