आज सरकार के बारे में बात करे तो आप सभी के मन में किसी न किसी पार्टी को लेकर गुणगान होंगे और बाकी की पार्टी को लेकर बुराइयाँ ही बुराइयाँ लेकिन आप किसी भी पार्टी का सपोर्ट करते हैं आज आपको कुछ ऐसी बातें बताने वाले हैं जिनको लेकर कोई भी सरकार किसी भी प्रकार के कदम नहीं उठती।
बातें तो कई सारी हैं लेकिन आज का मुद्दा केवल गरीबी है अब आप सोचेंगे कि गरीबी के बारे में तो हर सरकार बात करती है तो आपको बता दें हम बात कर रहे हैं उस गरीबी रेखा की या एक ऐसी गरीबी की रेखा जिसके चलते हमारे देश का विकास शुरुआत से ही रुका हुआ है इसे समझाने के लिए एक सीधा सा उदाहरण है जब भी आप किसी ट्रैफिक सिग्नल पर होते हैं या किसी बाजार में होते हैं या किसी मॉल के बाहर होते हैं आपको हर जगह भिखारी मिल जाते हैं
Why Beggars in India ?
आखिर यह भिखारी आते कहां से हैं इन भिखारियों के द्वारा ट्रैफिक सिग्नल में काफी ज्यादा समस्या आती है जहां एक तरफ ट्रैफिक सिग्नल को के नियम का उल्लंघन करने वालों के लिए तुरंत चालान पेश हो जाता है वहीं दूसरी तरफ ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े लोगों को एक जगह से भिखारी घेर लेते हैं जिसकी वजह से ट्रैफिक और बढ़ता जाता है लेकिन इसे चुपचाप देखा जाता है।
जिसके चलते कई छोटे-छोटे बच्चे और कई वृद्ध गाड़ियों के इर्द-गिर्द भीख मांगने का व्यापार करते रहते हैं यहां पर किसी की गरीबी का मजाक नहीं उड़ाया जा रहा बल्कि यह बताया जा रहा है कि इससे कई लोगों को बढ़ावा मिलता है और वह काम चोरी करके भीख मांगने को ज्यादा बेहतर समझते हैं एक भिखारी सुबह से शाम तक या रात तक भीख मांगते काफी ज्यादा पैसा बना लेता है जो कि उसके लिए काफी होता है
उनमें से ज्यादातर लोग तो उस पैसे से नशा करते हैं और छोटे बच्चों को भी उसी राह पर ले जाते हैं लेकिन इसको लेकर किसी प्रकार का कोई नियम नहीं आता लेकिन इसके बारे में किसी भी सरकार ने किसी प्रकार का कोई नियम नहीं आया न ही आता है लेकिन जब कोई बड़ा नेता किसी सिग्नल से निकलने वाला हो तब पूरे सड़क की सफाई कर दी जाती है, वहां पर भिखारी तो क्या आम लोगों की भी भीड़ खड़ा होना मुश्किल हो जाती है, लेकिन इसके बारे में कोई बात नहीं करता आप चाहे किसी भी सरकार में मानते हो आपका हक है कि आपको इसको लेकर अपनी सरकार से सवाल करना चाहिए यह सरकार की जिम्मेदारी है कि इस स्थिति को लेकर कोई सख्त से सख्त कदम उठाया जाए।
ऐसा नहीं है कि इसमें सुधार नहीं लाया जा सकता कई बड़े एनजीओ जोकि सीएसआर के द्वारा काफी ज्यादा पैसा बना रहे हैं लेकिन ट्रैफिक सिग्नल पर भिखारी या भीख मांगने जैसे काम को लेकर कोई आवाज नहीं उठाता। यह शुरू से चलता आया है और अभी भी चल रहा है और यदि कोई सुधार नहीं आया तो आगे भी चलता रहेगा जरूरत है आप को जागरूक होने की। बात बड़ी छोटी सी लग रही होगी लेकिन ध्यान से सोचेंगे तो अहसास होगा की इससे हमारे देश का विकास कितना ज्यादा रुका हुआ है।