जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने कहा है कि कांग्रेस के भीतर चल रहे झगड़े और अंतर्कलह का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा को दोषी ठहराया था लेकिन आज हकीकत प्रदेश की जनता के सामने है।
डा पूनियां ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बयान कि हमसे किए गए वादे दस महीने बाद भी पूरे नहीं। पर मीडिया से आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घर का झगड़ा है, हमें चिंता इस बात की है कि इस झगड़े से राजस्थान की जनता का अहित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की अपने डील थी कि समिति बनी, उनके प्रभारी ने तय किया, मंत्रिमंडल का विस्तार होना था, बोर्ड कॉरपोरेशंस में नियुक्तियां होनी थी, इस तरीके की तमाम चीजें थी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक हेमाराम चौधरी, भरत सिंह तक की सरकार से नाराजगी जग जाहिर है, धरना हुआ चिट्ठी पत्री हुई और उनके कई विधायक सरकार के खिलाफ मुखर होकर बोल रहे हैं, मुझे लगता है कि धुआं है तो आग भी जरूर होगी।
कांग्रेस पार्टी में कई विधायकों की अनदेखी को लेकर पूछे गए सवाल पर डाॅ. पूनियां ने कहा कि केवल गहलोत के चेहरे पर और कांग्रेस के जनघोषणा पत्र पर वोट नहीं मिले थे, इसमें बहुत सारे कारक थे।
इसमें कांग्रेस के बहुत सारे ऐसे पुराने लोग रहे होंगे जिन्होंने जमीन पर पांच साल मेहनत की होगी, तो कदाचित उन लोगों का योगदान तो था ही, हो सकता है गहलोत को कोई इल्म है कि शायद उनकी पर्सनैलिटी, उन्हीं के भाषण पर उन्हीं की सियासत पर उनके जनघोषणा पत्र पर जनता ने वोट किया होगा।