लुधियाना। पंजाब में विपक्षी शिरोमणि अकाली दल को आज उस समय बड़ा झटका लगा जब उसे राज्यसभा सदस्य और पार्टी के कद्दावर और बागी हुए नेता सुखदेव सिंह ढींडसा (84) ने यहां नये राजनीतिक दल के गठन की घोषणा की जिसका नाम उन्होंने शिरोमणि अकाली दल ही रखा है।
ढींडसा और अन्य नेताओं की यहां हुई एक बैठक के बाद नए राजनीतिक दल के गठन की घोषणा की गई। नए दल के नेतृत्व की जिम्मेदारी भी ढींडसा को ही सौंपी गई है। बैठक में ढींडसा के पुत्र और राज्य के पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा, दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी(डीएसजीएमसी) के पूर्व अध्यक्ष मजींत सिंह जीके और अखिल भारतीय सिख स्टूडेंट फैडरेशन के परमजीत सिंह खालसा भी मौजूद थे।
ढींडसा ने बाद में मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके नए राजनीतिक दल का पंजीकरण कराया जाएगा। यह दल पंजाब के विकास और इसकी शान को बहाल करने, पंजाबियों की खुशहाली, कृषि और इससे जुड़े मुद्दों, राज्य के किसानों की समस्याओं, उनके हितों और अधिकारों तथा शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेट(एसजीपीसी) को बादल परिवार के चंगुल से मुक्त कराने के लिए काम करेगा।
इस सवाल पर कि उन्होंने नए दल का नाम शिराेमणि अकाली दल की क्यों रखा जबकि इस नाम से पहले ही एक राजनीतिक दल मौजूद है तो ढींडसा ने कहा कि वह मूल शिरोमणि अकाली दल की सोच को ही आगे बढ़ाना चाहते हैं।