अजमेर। लोकसभा में 1 फरवरी को पेश बजट में भारतीय रेलवे के लिए किए गए प्रावधानों को आज रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल माध्यम से बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान में अभी तक का रिकार्ड बजट 9532 करोड़ रूपए का आवंटन किया गया है, जो वर्ष 2009-14 के प्रतिवर्ष औसत 682 करोड़ की तुलना में लगभग 14 गुना अधिक है। इस बजट के आवंटन से राजस्थान में रेल विकास को तीव्र गति मिलेगी और रेलवे यात्रियों को अधिकाधिक सुविधाएं प्रदान करने में सफल होगी।
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने बजट पर आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि बजट में उत्तर पश्चिम रेलवे को प्राथमिकता के साथ गत वर्ष की तुलना में अधिक बजट का आवंटन किया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे को वर्ष 2023-24 के बजट में 8636.85 करोड़ आवंटित किया गया है जो कि गत वर्ष के 6724.29 करोड की तुलना में 28.44 प्रतिशत अधिक है।
संरक्षा के लिए इस वर्ष बजट में 1156 करोड रूपए से अधिक का प्रावधान किया गया है। संरक्षा के अहम मद ट्रेक नवीनीकरण के लिए भी 520 करोड, रेलवे समपारो पर रोड ओवर ब्रिज तथा रोड अण्डर ब्रिज (ROBs/RUBs) के लिए 454 करोड रूपए एवं टक्कररोधी प्रणाली ‘कवच’ के लिए 150 करोड़ रूपए का बजट में प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त सिगनल व दूरसंचार से सम्बंधित कार्यों के लिए 464 करोड एवं समपार फाटकों पर संरक्षा कार्यों हेतु 31 करोड रूपए का आवंटन किया गया है।
इसी प्रकार यात्री सुविधाओं के मद पर उत्तर पश्चिम रेलवे को इस वर्ष 923 करोड रूपए का आवंटन किया गया है। इस मद में स्टेशनों के पुनर्विकास पर 550 करोड़ रूपए प्रदान किए गए हैं। साथ ही इस मद में स्टेशनों पर लिफ्ट, एस्केलेटर, प्लेटफार्म का उन्नयन, स्टेशनों पर प्रकाश व्यवस्था, कोच गाइडेंस बोर्ड, कम्प्यूटर आधारित उद्घोशणा प्रणाली इत्यादि के कार्य किए जाएंगे। अधिक बजट आवंटन से यात्री सुविधाओं के लिए किये जा रहे कार्यों को गति प्राप्त होगी तथा इस मद में नए कार्यों को भी सम्मलित किया जा सकेगा।
बजट में नई लाइनों के लिए 862 करोड, आमान परिवर्तन के लिए 133 करोड तथा दोहरीकरण के लिए 340 करोड रूपए के बजट का आवंटन किया गया है। शर्मा ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे पर अभी तक 3531 किलोमीटर रेल लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर गया है तथा शेष रहे रेलमार्ग का विद्युतीकरण 2023-24 में कर लिया जाएगा।
बजट में रोलिंग स्टाक के अनुरक्षण के लिए जयपुर डिपो के लिए 30 करोड़ व खातीपुरा में 204 करोड़ रूपए के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। वन्दे भारत ट्रेनों के अनुरक्षण के लिए जयपुर, श्रीगंगानगर, उदयपुर और मदार में अनुरक्षण सुविधाएं विकसित की जा रही है। यातायात सुविधाओं के लिए 130 करोड, ब्रिज कार्यों के लिए 34 करोड, रोलिंग स्टाॅक के लिए 21 करोड, कर्मचारी कल्याण के लिए 13 करोड रूपए का बजट आवंटन किया गया है।
मण्डल रेल प्रबंधक अजमेर राजीव धनखड़ ने बजट पर आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मण्डल पर वर्तमान में प्रगति पर कार्यों के लिए बजट आवंटन इस प्रकार है
नई लाइन
1. तारंगाहिल-आबूरोड़ वाया अंबाजी (89.39 किमी) 480 करोड़
2. नीमच-बड़ी सादड़ी (48.30 किमी) 150 करोड
3. पुष्कर-मेड़ता (59 किमी) 10.05 करोड
4. अजमेर – कोटा (नसीराबाद-जालिन्दरी)(145 किमी) 10.05 करोड
5. रतलाम –डूंगरपुर वाया बांसवाड़ा (176 किमी) 5 करोड़
6. बांगडग्राम –रास (27.8 किमी) 2.50 करोड़
7. अजमेर –सवाईमाधोपुर वाया टोंक (165 किमी) 5 लाख
आमान परिवर्तन
1. मारवाड़-मावली (देवगढ़-नाथद्वारा) (108.75 किमी) 20.05 करोड