जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डा सीपी जोशी ने आज विधानसभा में कहा कि अपना विरोध जताने के लिए संसदीय परंपराओं को तोड़ा जा रहा है और जो परंपराएं डाल रहे हो, काले इतिहास में लिखी जाएगी।
डा जोशी ने सदन की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्ष भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सदस्य अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) पेपर लीक मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो से मांग को लेकर वेल आकर हंगामा करने पर यह बात कही।
उन्होंने कहा कि सदन में एक बार जिस मुद्दे पर चर्चा हो जाती है, उस पर फिर चर्चा नहीं होती और रीट मामले पर कल ही चर्चा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आप जो यह कर रहे हो संसदीय परंपराओं को तोड़ने का रिकॉर्ड बना रहे हो। उन्होंने कहा कि आप जो परंपरा डाल रहे हो वह काले इतिहास में लिखी जाएगी। उन्होंने कहा कि संसदीय परम्पराओं को कलंकित करने का काम करेंगे तो मुझे कठोर निर्णय लेना पड़ेगा।
बाद में प्रश्नकाल के बीच में अध्यक्ष ने विपक्ष के सदस्यों से फिर निवेदन किया कि वह अपनी बात को शांतिपूर्ण तरीके से रखे और उनकोे अपनी बात आसन के सामने होकर रखनी है। उन्होंने कहा कि विरोध करने का तरीका दूसरा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह से विरोध करने से किसी सदस्य की बीपी बढ़ जाएगी तो डाक्टरों को बुलाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि विरोध इस तरीके से करे कि आपका स्वास्थ्य भी ठीक रहे और अपनी बात भी रख सके। उन्होंने आग्रह किया कि वे अपना विरोध करने के तरीके को बदले। इसके बावजूद विपक्ष के सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ और वे अपना विरोध जारी रखा। उल्लेखनीय है कि विपक्ष के सदस्य गत नौ फरवरी को शुरु हुए बजट सत्र के पहले दिन से ही इस मांग को लेकर अपना विरोध जता रहे हैं।
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