अमृतसर । पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो लक्ष्मीकांता चावला ने सोमवार को कहा कि ढाब खटिकां स्थित महिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों की नियुक्ति को लेकर महापौर और निगमायुक्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करें।
प्रो चावला ने कहा कि नगर निगम ने महिला अस्पताल से स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों को हटा कर शहरवासियों के लिए असुविधा उत्पन्न की है। उन्होंने कहा कि शहर के बीचों बीच स्थित ढाब खटिकां में कभी अंग्रेजों द्वारा शुरू किया गया और बाद में नगर निगम द्वारा चलाया जा रहा जनाना अस्पताल शहर के लोगों के लिए संजीवनी बना रहा है, पर नगर निगम निगम के प्रशासकों की खराब नीतियों के कारण यह अस्पताल लगभग उजड़ गया।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने यहां अपने डॉक्टर, अन्य स्टाफ भेजकर तथा भवन और संसाधनों पर करोड़ों रुपये खर्च कर इसे चलाया, लेकिन नगर निगम के अदूरदर्शी शासकों ने फिर पंजाब स्वास्थ्य विभाग के लिए इस अस्पताल के ताले बंद कर दिए हैं।
प्रो चावला ने कहा कि नगर निगम के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए , जरूरी दवाईयां खरीदने के लिए धन नहीं है, हृदय योजना में बनाए नए पार्क को संभालने के लिए भी कर्मचारी नहीं। ऐसे में वे अस्पताल कैसे चला सकते हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि महापौर और नगर निगम आयुक्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करें तथा अमृतसर निवासियों को जो स्वास्थ्य सुविधा मिल रही थी उसे पुनः चालू करें।