भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि प्रदेश की ऐसी सभी अनुदान प्राप्त गैर सरकारी संस्थाएं, जिनमें बच्चियां रहती हैं, उनमें महीने में कम से कम एक बार जिले के आला अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कराए जाने का फैसला किया गया है।
राजधानी भोपाल स्थित एक दिव्यांग छात्रावास में धार निवासी एक मूक बधिर बालिका के साथ संस्था संचालक अश्विनी शर्मा द्वारा दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आने के बाद श्री चौहान ने आज अपने निवास पर संवाददाताओं को इस बारे में जानकारी दी। इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है।
चौहान ने कहा कि इस घटना को सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है, आज सुबह एक उच्च स्तरीय बैठक में फैसला किया गया कि इस तरह की सभी अनुदान प्राप्त संंस्थाएं, जिनमें बालिकाएं रहती हैं, वहां कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक महीने में कम से कम एक बार जाकर निरीक्षण करेंगे और बच्चियों से बात करेंगे, ताकि उनका नैतिक साहस बढ़े और उनमें हिम्मत बनी रहे।
चौहान ने कहा कि इस दिशा में प्रयास रहेंगे कि अधिकारी सभी हॉस्टल्स में जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में चल रहे निजी हॉस्टलों के बारे में भी ऐसे नियम बनाए जाएंगे कि वहां बच्चियांं सुरक्षित रहें। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस दिशा में जो भी कदम उठाए जा सकते हैं वे उठाएं।
राजधानी की इस घटना के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री चाैहान ने कहा कि बच्चियों का ख्याल रखा जा रहा है। आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है, मामले में जल्द से जल्द अभियोग पत्र अदालत में पेश किया जाएगा, ताकि आरोपी को जल्द सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि समाज में चारित्रिक पतन हो रहा है, इसलिए कड़े कदम उठाना जरूरी है।