चंडीगढ़ । पंजाब में आत्महत्या करने वाले किसान तथा मजदूरों के परिवारों को वित्तीय सहायता के रूप में 998 लाख रूपये की मुआवजा राशि मंजूर की गई है।
यह मुआवजा राशि जुलाई तक 352 मामलों में दी जा रही है। यह जानकारी राजस्व मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि इस बारे में गठित की गई राज्य स्तरीय कमेटी (एसएलसी) ने पिछले अप्रैल से लेकर जुलाई 2018 तक 12 बैठकें हुईं जिनमें कुल 998 लाख रुपए की राशि को स्वीकृति दी है।
उन्होंने बताया कि सवा साल के दौरान कुल 352 मामलों में 998 लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जा चुकी है।साल 2015 से यह स्कीम शुरू हुई लेकिन कांग्रेस सरकार ने सबसे ज़्यादा मुआवज़ा राशि वितरित की है। इन 352 मामलों में से 226 केस ऐसे हैं जो पिछली सरकार के समय के हैं जबकि इन मामलों को मंज़ूरी मौजूदा सरकार ने दी है।
राजस्व मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की ख़ुशहाली और कल्याण के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है और सीमित साधनों के बावजूद खेती को संकट में से निकालने का हर संभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति को देखते हुये केंद्र सरकार को स्वामीनाथन आयोग की सिफारशें तुरंत लागू करनी चाहिये जिससे किसानों को फ़सल का लाभप्रद भाव मिले। सरकारिया ने किसानों से अपील की कि वे आत्महत्या का रास्ता छोडक़र सरकार के प्रयासों में साथ दें ताकि खेती को संकट से निकाला जा सके।