प्रयागराज। अखिल भारतीय किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि सनातन धर्म को सबसे ज्यादा खतरा धर्म परिवर्तन कराने वालों से है, इसे सख्ती से रोकने की आवश्यकता है।
किन्नर अखाड़ा के आचार्य ने कहा कि सबसे पहले हमें सनातन धर्म के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की हर स्तर पर सहायता करनी होगी जिससे कि उनकी कमजोरी या गरीबी का फायदा उठाकर उनका धर्म परिवर्तन न कराया जा सके। जब लोग आर्थिक रूप से मजबूत रहेंगे तब वह धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर नहीं होंगे।
प्रयागराज में प्रवास कर रहीं लक्ष्मीनारायण ने आज कहा कि किन्नरों का धर्मांतरण रोकने के लिए किन्नर अखाड़ा युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है। इसी के कारण किन्नरों का धर्मांतरण रूका है और वह पुन: सनातन धर्म में लौट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद से जहां वह धर्म का पालन करते हुए विकास करेंगे और सनातन धर्म को मजबूत भी करेगे। सनातन धर्म से संबंधित संस्थाओं और आर्थिक रूप से मजबूत लोगों को चाहिए कि वह आर्थिक रुप से कमजोर लोगों की मजबूती के लिए मदद करें जिससे कि वह धर्म परिवर्तन के लिए बाध्य न हो सके।