अजमेर। राजस्थान में अजमेर के तीर्थराज पुष्कर में आज कार्तिक पूर्णिमा महास्नान के साथ ही धार्मिक पुष्कर मेला संपन्न हो गया।
पवित्र पुष्ट सरोवर पर चले पंचतीर्थ स्नान के आज अंतिम दिन निकटवर्ती क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई और परिवार में सुख समृद्धि की कामना करते हुए भगवान ब्रह्मा जी का आशीर्वाद लिया।
कोरोना काल के चलते सरकारी स्तर पर निरस्त पुष्कर पशु मेला एवं पुष्कर धार्मिक मेला के बावजूद आज सरोवर के कुछ घाट आबाद नजर आए। श्रद्धालुओं ने गउ घाट, वराह घाट एवं ब्रह्म घाट पर पहुंचकर धार्मिक स्नान किया। मान्यता है कि कार्तिक एकादशी से कार्तिक पूर्णिमा तक पुष्कर सरोवर में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास रहता है जिसके चलते सरोवर के प्रति श्रद्धालुओं में गहरी आस्था है।
मेला स्थगन के बावजूद श्रद्धालुओं के स्नान के लिए आवक के मद्देनजर सरोवर के घाटों पर बने कुंडो पर श्रद्धालुओं ने स्नान किया लेकिन नगर पालिका की ओर से सरोवर पर गहरे पानी के स्थानों पर खतरे के निशान को दर्शाने के लिए लाल झंडे लगाए गए ताकि कोई भी श्रद्धालु गहरे पानी की ओर न जाए। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने जगतपिता ब्रह्मा जी के मंदिर पहुंचकर उनकी भी पूजा अर्चना की।
कोरोना की सख्ती के बावजूद पुष्कर कस्बा और पवित्र पुष्ट सरोवर रात में रोशनी की चकाचौंध से आबाद रहे। आज कार्तिक स्नान को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा बंदोबस्त में जुटा रहा तथा सिविल डिफेंस की टीम ने घाटों पर मोर्चा संभाला। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराई गई तथा आने वाले ग्रामीणों को मास्क पहनने के लिए जागरूक भी किया गया।