अजमेर। राजस्थान में राज्यव्यापी आह्वान के तहत आज अजमेर संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के रेजीडेंट डॉक्टर्स एवं इंटर्न्स ने अपनी दस मांगों के समर्थन में प्रातः आठ से दस बजे तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया।
रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. गोवर्धन सैनी के अनुसार दस मूल मांगों में सबसे बड़ी मांग स्टाइपंड, दो साल का बकाया वेतन, पूर्व में हुआ समझौता लागू करने के साथ क्वारंटाइन लीव जैसे मुद्दे हैं।
यह मांगें महीनों से लंबित है लेकिन राज्य सरकार हमारी वाजिब मांगों पर भी ध्यान नहीं दे रही है। हम सभी चिकित्सक कोरोनाकाल में पूरी जिम्मेदारी के साथ सेवाएं देकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं लेकिन सरकार हमारी मानवीयता को कमजोरी मानते हुए हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है।
उन्होंने बताया कि गुरुवार रात भी स्वास्थ्य सचिव के साथ हुई वार्ता विफल रही जिसके बाद आज कार्य बहिष्कार का कदम उठाना पड़ा। कार्य बहिष्कार के दौरान रेजीडेंट डॉक्टर्स ने जेएलएन अस्पताल के बाहर काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यदि आज भी सरकार की ओर से उनकी मांगें माने जाने पर निर्णय नहीं होता है तो आंदोलन जारी रहेगा।
कोरोना एवं ब्लैक फंगस जैसी गंभीर बीमारियों के बावजूद विपरीत परिस्थितियों में रेजीडेंट डॉक्टर्स का कार्य बहिष्कार मरीजों के लिए परेशानी का सबब बना और अस्पताल में सभी तरह की सेवाएं बाधित रही।