बरेली। भारतीय जनता पार्टी विधायक राजेश मिश्रा ने सफाई दी है कि उन्हे अपनी पुत्री के प्रेम विवाह से कोई एतराज नहीं है और बालिग होने के नाते उसे अपने फैसले खुद लेने का अधिकार है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश में बरेली जिले की चैनपुर सीट से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा की पुत्री साक्षी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें उसने अपने पिता से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। साक्षी और उसके पति ने किसी अज्ञात स्थान से कार में बैठे हुए वीडियो बना कर सोशल मीडिया में वायरल किया है जिसमे उसने कहा था कि उसने दलित युवक अजितेश कुमार के साथ वैदिक रीति रिवाज से शादी की है। जिसके बाद उसे और उसके पति को पिता से जान का खतरा है।
दंपती ने अपनी शादी का प्रमाण पत्र भी जारी किया है जिसके अनुसार उन्होंने इलाहाबाद के अति प्राचीन जानकी मंदिर में चार जुलाई को हिन्दू रीति रिवाज से विवाह किया। प्रमाण पत्र में वर वधू के अलावा दो गवाहों के भी हस्ताक्षर हैं।
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद भाजपा विधायक ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि मेरे खिलाफ मीडिया में जो चल रहा है यह सब गलत है बेटी बालिग है, उसको निर्णय लेने का अधिकार है, मैंने किसी को कोई जान से मारने की धमकी नहीं दी है, न ही मेरे किसी आदमी ने दी है, न ही मेरे परिवार के किसी व्यक्ति ने दी है। मैं व मेरा परिवार अपने काम में व्यस्त हैं, मैं अपनी विधानसभा में जनता का कार्य कर रहा हूं व पार्टी का सदस्यता चला रहा हूं, मेरी तरफ से किसी कोई खतरा नहीं है।
साक्षी ने एक अन्य वीडियो में बरेली के एसएसपी से गुहार लगाई कि उसे उसके पिता, भाई विक्की और पिता के एक सहयोगी से जान का खतरा है। ऐसे में उन्हे सुरक्षा मुहैया कराई जाए। उसने कहा कि ये सभी लोग मिलकर उसकी और उसके पति की हत्या करना चाहते हैं। साक्षी ने बरेली के सांसद, विधायकों और मंत्रियों से अपील की कि वे उसके पिता, भाई और पिता के सहयोगी की मदद न करें।
इस बारे में पुलिस उपाधीक्षक आर के पांडेय ने कहा कि दंपती ने अभी तक यह सूचित नहीं किया है कि उनका पता ठिकाना कहां है। फिलहाल पुलिस दंपती का पता लगाकर उन्हे सुरक्षा मुहैया कराएगी।