देश के लिए भावना | एक सच्चे देशवासी वही है जो अपने देश के प्रति ईमानदार रहें ,देश के प्रति प्यार और सम्मान प्रकट करें। देशवासियों को, अपने निस्वार्थता, त्याग और बलिदान आदि बातों के लिए जाना और पहचाना जाता है ।हमारे दुनिया के हर एक कोने में देशभक्तों का समूह होता है जो अपने देश के लिए जान तक गवाह करने के लिए तैयार रहते हैं। अपने देश के विकास के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। हालांकि देश प्रेम की भावना हर एक क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ लोगों की बदलती जीवनशैली के कारण ही लुप्त होती जा रही है।
देश प्रेम लोगों के मन में अनेक तरीके से जगाया जाता है। जब बच्चे छोटे उम्र के हो तभी से उनके मन में देश प्रेम जगाना चाहिए। स्कूलों और कॉलेजों के समय से ही बच्चों के अंदर अपने देश के प्रति प्रेम और आदर सम्मान की भावना को स्थापित करना चाहिए।
लोगों के दिलों में देशप्रेम और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए ही 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही समारोह एवं कार्यक्रम आयोजित करते हैं। उस समय देश भक्ति का गीत गाते हैं जो सारे मोहल्ले में देशभक्ति की भावना घेरी रहती है ।लेकिन क्या यह एक सच्चा देश प्रेम है ? नहीं ऐसा वातावरण हर एक दिन में होना चाहिए ना कि विशेष तिथियों के समय।
एक सच्चे देशभक्त वह है जो न केवल अपने देश के निर्माण की दिशा में काम करता है बल्कि उसके आसपास के लोगों को भी देश के साथ साथ जुड़कर काम करने के लिए प्रेरित करता हैं।
देशभक्ति की भावना, देश के प्रति अत्यधिक प्रेम की भावना को परिभाषित करता है। अतीत में हमारे देश में अनेक देशभक्त मौजूद रहे थे और आज भी बहुत से देश भक्त मौजूद हैं ।
जो हमारे लिए फक्र की बात है। एक बात तो सही है भारत के लोगों के बीच देशभक्ति की भावना विशेष रूप से ब्रिटिश शासनकाल के दौरान ही देखी गई थी ।क्योंकि उस समय लोगों के दिलों में यही विचार रहता था कि देश हमारा है ।उसे अपना बनाना है। इस प्रकार की भावना ही हर एक व्यक्ति के मन में देश प्रेम की भावना को जगाते रहते थे।हर एक व्यक्ति में यहां तक कि छोटे छोटे बच्चों के दिलों में भी देशप्रेम की भावना मौजूद रहती थी। आज भी मौजूद है।