कोटा। राजस्थान के कोटा में पर्यटकों के आकर्षण के लिए किशोर सागर तालाब में नाव के साथ रेस्तरां एवं वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू होंगी और प्रत्येक रविवार को कोटा दर्शन के लिए विशेष पर्यटक बस संचालित की जाएगी।
कलक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में पर्यटन सलाहकार समिति की मंगलवार को हुई बैठक में ये निर्णय लिए गए। बुनकर ने कहा कि कोटा में पुरामहत्व के स्थलों एवं आधुनिक विकास कार्यों में तैयार किए गए विभिन्न स्थलों में पर्यटन विकास की विपुल संभावनाएं हैं। सभी विभाग आपसी समन्वय से इस प्रकार कार्य करें कि पर्यटक सुविधाओं का विस्तार होने के साथ देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों, धार्मिक स्थलों एवं इको-टूरिज्म के लिए चिह्नित स्थानों पर पर्यटकों की मूलभूत सुविधाओं का विकास एवं आसान पहुंच के लिए सभी विभाग समन्वय से कार्य करें। उन्होंने कहा कि किशोर सागर में देशी-विदेशी पर्यटकों एवं विद्यार्थियों के लिए वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां आकर्षण का केन्द्र होंगी। दीपावली से पूर्व नगर विकास न्यास निविदा संबंधी सभी प्रक्रिया पूरी कर वाटर स्कूटर एवं अन्य स्पॉर्ट्स गतिविधियां तथा बोट विद् रेस्टोरेंट संचालन को पूरा कराएं।
उन्होंने कहा कि कोटा में इको-टूरिज्म के क्षेत्र में चम्बल एवं सहायक नदियों तथा मुकुन्दरा अभयारण्य में देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की जाकर उनका प्रचार-प्रसार किया जाए जिससे बाहर से पर्यटक आ सकें। उन्होंने जिले के मेलों, त्यौहारों के अवसर पर देशी-विदेशी पर्यटकों को बुलाने के लिए पर्यटन विभाग को योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने के बाद होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों को विद्युत राशि जमा करने में देय छूट का लाभ सभी पात्र लोगों को दिया जाए।
उन्होंने पुरातत्व विभाग के अधीन ऐतिहासिक स्मारकों की रख-रखाव एवं सुरक्षा के लिए भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने वन विभाग को गरड़िया महादेव जाने वाले पर्यटकों, चम्बल में नाव से भ्रमण करने वाले पर्यटकों को सुविधाओं का विकास करने एवं अनावश्यक शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त कलक्टर (शहर) बृजमोहन बैरवा, उपनिदेशक पर्यटन विकास पंड्या सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।