गांधीनगर। गुजरात राज्य माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक बोर्ड की इस वर्ष मार्च में आयोजित 12वीं की सामान्य प्रवाह (संस्कृत और वाणिज्य सहित) की परीक्षा के परिणाम सोमवार को घोषित कर दिये गये और इसमें बैठे तीन लाख 71 हजार से अधिक परीक्षार्थियों में से कुल मिला कर 76.29 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए हैं।
छात्राओं ने 82.20 प्रतिशत के साथ छात्रों (70.97 प्रतिशत) को इस बार फिर पीछे छोड़ दिया है।
इस साल का परिणाम पिछले साल की तुलना में प्रतिशत के तौर पर 3.02 प्रतिशत अधिक रहा। यह प्रतिशत पिछले साल 73.27 था। कुछ अन्य मामले में भी इस बार पिछली बार की तुलना में बेहतर नतीजे आये हैं। शत प्रतिशत परिणाम देने वाले स्कूलों की संख्या पिछले साल के 222 की तुलना में बढ़ कर 269 हो गयी है। ए 1 ग्रेड में इस बार 522 जबकि ए 2 ग्रेड में 10982 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
उत्तर गुजरात का पाटण जिला 86.67 प्रतिशत के उच्चतम आंकड़े के साथ सबसे बेहतर नतीजे देने वाला जिला जबकि इस मामले में न्यूनतम 58.26 प्रतिशत के साथ जूनागढ सबसे फिसड्डी जिला रहा है। बनासकांठा जिले का सोनी केंद्र 97.76 प्रतिशत के साथ सबसे बेहतर परिणाम वाला केंद्र जबकि गीर सोमनाथ जिले का डोणासा 30.21 के साथ सबसे पीछे रहा है।
बोर्ड के चेयरमैन ए. जे. शाह ने बताया कि इस बार सामान्य प्रवाह की परीक्षा में बैठे कुल तीन लाख 71 हजार 771 नियमित छात्रों में से दो लाख 83 हजार 624 उत्तीर्ण हुए हैं। जिसमें संस्कृत और वाणिज्य प्रवाह को छोड कर केवल सामान्य प्रवाह उत्तीर्णता प्रतिशत 76.27, वाणिज्य का 76.04 और संस्कृत यानी उच्चतर उत्तर बुनियादी प्रवाह का 78.70 रहा। यह परिणाम बोर्ड की वेबसाइट जीएसईबी डॉट ओआरजी पर भी अपलोड कर दिये गये हैं।