

इलाहाबाद । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) पिछले एक दशक के दौरान पहली बार हाईस्कूल और इन्टरमीडिएट परीक्षा परिणाम की घोषणा अप्रैल में करने का निर्णय लिया है।
बोर्ड द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले एक दशक के दौरान बोर्ड हाईस्कूल और इन्टरमीडिएट के परिणाम की घोषणा मई और जून के महीने में करता आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में पहली बार वर्ष 2018 में दोनो परीक्षाएं फरवरी में शुरू हुई और परिणाम 29 अप्रैल को घोषित किया जायेगा।
सूत्रों ने बताया कि एक दशक में पहली बार इस साल हाईस्कूल और इन्टरमीडिएट बोर्ड की परीक्षाएं छह फरवरी से कराई गयी। हाईस्कूल की परीक्षा 14 कार्य दिवसो में 22 फरवरी को जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा 25 कार्य दिवस में 10 मार्च को समाप्त हुई। इससे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शासनकाल में बोर्ड ने भले ही एक साथ हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा वर्ष 2015 और 2016 में 19 और 18 फरवरी को कराया हो लेकिन परीक्षा परिणाम 17 और 15 मई को घोषित किये गये थे और हाईस्कूल का परीक्षाफल क्रमश 83.74 और 87.66 और इंटरमीडिएट का 88.83 और 87.99 प्रतिशत रहा था।