नई दिल्ली। राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर चल रहे विवाद के बीच वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तानी वायु सेना के साथ गत 27 फरवरी को हुए टकराव में यदि हमारे पास राफेल लड़ाकू विमान होता तो वायु सेना पाकिस्तान पर और भारी पड़ती।
वायु सेना प्रमुख ने मार्शल ऑफ इंडियन एयर फोर्स अर्जन सिंह की जन्मशती के संबंध में सोमवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यदि वायु सेना के पास राफेल विमान होता तो परिणाम और बेहतर होता तथा वायु सेना काफी भारी पड़ती। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद वायु सेना ने बालाकोट कार्रवाई में प्रौद्योगिकी की मदद से अचूक निशाना साधा और लक्ष्यों को हासिल किया।
उन्होंने कहा कि इस टकराव में भारत ने एक विमान खोया लेकिन पाकिस्तान के एक विमान को गिराया भी। राफेल और एस-400 मिसाइल के जल्द भारतीय सैन्य बेड़े में शामिल होने की उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा कि इसके बाद संतुलन हमारे पक्ष में और अधिक हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि भारत ने फ्रांस से उडने की हालत में तैयार 36 राफेल विमान की खरीद का सौदा किया है। इन विमानों की पहली खेप आगामी सितम्बर में भारत को मिल जायेगी। इस सौदे को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच अच्छी खासी खींचतान चल रही है।
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि बालाकोट कार्रवाई के बाद जब पाकिस्तानी वायु सेना ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन क्या उसे सफलता मिली, नहीं, क्योंकि हमने उसकी कोशिश को विफल कर दिया।
उन्होंने कहा कि हमें सफलता इसलिए मिली क्योंकि हमने अपने मिग-21 बाइसन और मिराज को उन्नत बना लिया था। वायु सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि उस दिन भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के एक विमान को भी मार गिराया।