अजमेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि मिलावटखोरी मानवता के विरूद्व अपराध है। यह समस्त गम्भीर बीमारियों की जड़ बनता जा रहा है। राजस्थान मिलावटखोरी को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने जा रहा है।
इसमें मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान होगा। राज्य राईट टू हैल्थ कानून भी लागू करेगा। इसमें प्रदेश के करोड़ों लोगों को निःशुल्क चिकित्सा उपलब्घ कराई जाएगी। अजमेर जिले को चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जाएगा।
जेएलएन में 16 करोड से अधिक के कार्यों को लोकार्पण
चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आज जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में 16 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्रतिवर्ष 20 हजार से अधिक कैंसर के मरीज सामने आ रहे हैं। ऎसे ही अन्य गम्भीर बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। इसकी जड़ में मिलावटखोरी भी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार मिलावट करने वालों के खिलाफ सीधा युद्ध छेड़ने जा रही है। आगामी दिनों में मिलावटखोरी पर रोक लगाने के लिए नया कानून बनेगा। इसमें सख्त सजा का प्रावधान रखा जा रहा है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राजस्थान राईट टू हैल्थ कानून भी लागू करने जा रहा है। इसके तहत प्रदेश के करोड़ों लोगों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। हमने चुनाव घोषणा पत्र में जो वादे किए थे वे सब पूरे किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अजमेर को चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए संकल्पबद्ध होकर काम करेगी। संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय पर सालाना 20 लाख से अधिक मरीजों के ओपीडी का भार है। इसे कम करने के लिए अजमेर शहर में दोनो शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सैटेलाईट अस्पताल को मजबूत किया जाएगा। इन अस्पतालों में सभी आधुनिकतम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होगी। इसी तरह केकड़ी, ब्यावर, किशनगढ़, नसीराबाद, पुष्कर, बिजयनगर एवं अन्य अस्पतालों में आधुनिकतम सुविधाएं एवं चिकित्सक उपलब्ध कराएं जाएंगे।
डॉ. शर्मा ने जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा को निर्देश दिए कि अजमेर शहर में सरकारी भूमि अस्पतालों के उपयोग के लिए चिन्हित की जाए ताकि अधिक से अधिक चिकित्सा सुविधा का विस्तार किया जा सके। जेएलएन चिकित्सालय में सुपर स्पेशिलिटी के विकास के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और विकास किया जा रहा है। निजी क्षेत्र में भी चिकित्सा सुविधाएं बढ़ रही है। राज्य सरकार ने निजी क्षेत्र के अस्पतालो को पाबंद किया है कि वे मनमानी नहीं करेंगे। अजमेर में विशेषज्ञ सेवाएं विकसित की जाएगी।
समारोह में उन्होंने अजमेर व केकड़ी के दो बालकों को गम्भीर बीमारी के ईलाज के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 4 लाख 82 हजार रूपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की।
चिकित्सालय को मिली सौगात, लाखों लोगों को मिलेगा फायदा
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में ब्रेकीथैरेपी मशीन एवं भवन का लोकार्पण किया। यह मशीन और भवन 2.41 करोड़ की लागत से विशम्भर नाथ टण्डन सेनेटोरियम एवं धर्मशाला ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री एन.एन.टण्डन द्वारा आर्थिक सहयोग से बनाए गए है।
इसी तरह चिकित्सालय में 2.61 करोड़ की लागत से आपातकालिन ईकाई का नवीनीकरण किया गया है। यहा 4 करोड़ की लागत से आधुनिक उपकरण लगाए जा रहे है। अब एक ही छत के नीचे आउटडोर, ईसीजी, सोनोग्राफी, एक्सरे एवं अन्य जांच सुविधाएं रोगियों को उपलब्ध होगी।
डॉ. शर्मा ने चिकित्सालय में 4.43 करोड़ की लागत से मॉडयूलर ओटी का भी लोकार्पण किया। इसके तहत 4 नए ऑपरेशन थियेटर तैयार किए गए है। उन्होंने 71 लाख की लागत से बने नए सेमिनार हॉल का भी लोकार्पण किया।
चिकित्सा मंत्री ने 1.47 करोड़ की लागत के कैथलैब भवन का शिलान्यास किया। इसके लिए 6 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने 63 लाख रूपए की लागत से बनने वाले हृदय रोग विभाग के नए आपातकालिन वार्ड का भी शिलान्यास किया।
इस अवसर पर पूर्व सांसद प्रभा ठाकुर, पूर्व विधायक ललित भाटी, पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल, कलक्टर विश्व मोहन शर्मा, विजय जैन, भामाशाह श्री एन.एन.टण्डन, अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. वीर बहादुर सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
पूर्व आईएएस एनएन टण्डन ने दी 2.40 करोड़ रुपए राशि
अजमेर में जन्मे, पले और बड़े हुए पूर्व आईएएस एनएन टण्डन ने अपनी माटी का कर्ज अदा किया। अजमेर के विख्यात टण्डन परिवार के एनएन टण्डन ने जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में कैंसर के उपचार के लिए ब्रेकीथैरेपी मशीन एवं भवन का पूरा खर्च वहन किया है। इस पर करीब 2 करोड़ 40 लाख रूपए का खर्च आया है।
अपने दादा विशम्भर नाथ टण्डन सेनेटोरियम एवं धर्मशाला ट्रस्ट के तहत उन्होंने शहर को यह सौगात दी। उन्होंने कहा कि अपने दादा विशम्भर नाथ टण्डन की वसीयत के अनुसार उन्होंने यह कार्य किया है। आगे भी धर्मशाला निर्माण के लिए और आर्थिक सहयोग प्रशासन को देने को तैयार है।
उनके इस पुनीत कार्य पर चिकित्सा एवं जन सम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने कहा कि टण्डन की सलाह पर शीघ्र कार्य किए जाएंगे।