देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि राज्य सरकार ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला पुल का विकल्प जल्द ही तैयार कर लेगी। रावत ने शनिवार को यमकेश्वर की विधायक ऋतु खंडूरी को यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि लक्ष्मण झूला पुल की मियाद खत्म होने और दुर्घटना की आशंका के चलते शासन ने पुल से आवाजाही पर पूर्ण रोक लगा दी है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने इसके लिए एक वैकल्पिक पुल बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के विशेषज्ञों से लक्ष्मण झूला की उपयोगिता पर अध्ययन करने को कहा गया था और उनसे प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पुल की स्थिति ऐसी नहीं है कि इस पर अधिक आवाजाही खासतौर पर चार पहिया या दुपहिया वाहनों के परिचालन की अनुमति दी जा सके।
उन्होंने कहा कि कांवड़ मेले में भारी भीड़ को देखते हुए लक्ष्मण झूला पर आवाजाही को जारी रखना उचित नहीं रहता। जन सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोपरि है। इसलिए लक्ष्मण झूला पर दो पहिया वाहनों की आवाजाही को तुरंत रोकने का निर्णय किया गया है। साथ ही इसका विकल्प भी जल्द से जल्द तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्ष्मण झूला उत्तराखंड की एक सांस्कृतिक धरोहर है। ऋषिकेश के प्रमुख आकर्षण केन्द्र के रूप में देश-विदेश में इसकी पहचान है और यहां पर कई फिल्मों का फिल्मांकन किया गया है।
लक्ष्मण झूला का समुचित रखरखाव करते हुए इसे किस तरह से धरोहर के तौर पर संरक्षित किया जा सकता है, इसके लिए भी विशेषज्ञों की राय से कार्य योजना बनाई जाएगी।
दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी की समस्या
विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला पुल पर आवाजाही बंद होने से पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय दुकानदारों के रोजगार पर भी संकट आ गया है। एक सप्ताह बाद कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली है।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी कांवड़ियों के नीलकंठ जाने का रास्ता लक्ष्मण झूला पुल से तय किया गया था, लेकिन अब लक्ष्मण झूला पुल पर आवागमन बंद होने से प्रशासन के सामने यात्रा मार्ग बदलने की चुनौती सामने आ गई है।
व्यापारियों की ओर से मंडल अध्यक्ष भरत लाल ने कहा कि प्रशासन ने झूला पुल पर आवाजाही बंद करने का निर्णय लेने से पहले व्यापारियों को भरोसे में नहीं लिया। नगर पंचायत अध्यक्ष माधव अग्रवाल ने कहा कि पुल बंद होने से लगभग 10 हजार लोग बेरोजगार होंगे।