पटना। बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने नागरिकता संशोधन विधेयक को असंवैधानिक करार दिया और इस पर आज कड़ा विरोध जताते हुए धरना दिया।
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने राजधानी पटना के जेपी गोलंबर के निकट धरना दिया। पोस्टर और बैनर लिए राजद के नेता धरना के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
यादव ने धरना स्थल पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक असंवैधानिक है। संविधान में स्पष्ट लिखा है कि देश को धर्म के आधार पर नहीं बांटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक को लाकर भाजपा देश को धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश कर रही है।
प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि देश का संविधान धर्म के आधार पर किसी को नहीं बांटता। संविधान सभी को बराबरी का दर्जा देता है। उन्होंने कहा कि वह देश को बचाने के लिए निकल पड़े हैं। देश को बचाने की आज जरूरत है तथा संविधान बचाना है। उन्होंने कहा कि देश को बांटने वालों के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ वह निकल पड़े हैं।
यादव ने कहा कि नफरत फैलाने वालों के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ने की जरूरत है। मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। उन्होंने कहा कि सुना जा रहा है और मुख्यमंत्री कुमार हरियाली यात्रा पर घूम रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री कुमार पहले संघ मुक्त भारत की बात किया करते थे लेकिन आज वह खुद संघी हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुमार भाजपा के साथ मिलकर उसके गुप्त एजेंडे को लागू करने में लगे हुए हैं, इस मौके पर विधायक तेज प्रताप यादव, भोला यादव, ललित यादव, भाई बिरेंद्र, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी के साथ की बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे।