रांची। अरबों रुपए के बहुचर्चित चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद की तबीयत बिगड़ने के बाद मंगलवार की देर शाम उन्हें एयर एंबुलेंस से बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया है।
रिम्स के पेइंग वार्ड से एंबुलेंस से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची भेजने के पहले रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद और चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा उपाधीक्षक समेत अन्य सीनियर डॉक्टरों ने लालू प्रसाद से मिलकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
प्रसाद के करीबी भोला यादव और सेवादारों ने आरजेडी सुप्रीमो को व्हील चेयर पर बिठाकर पेइंग वार्ड से बाहर निकला। बाहर में लालू प्रसाद के समर्थकों और आरजेडी के कई वरिष्ठ नेता-कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।
वहीं एयरपोर्ट पर प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती चार्टर्ड विमान से रांची पहुंच चुकी थी, हालांकि वह एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकली। लालू प्रसाद को रिम्स से एयरपोर्ट पहुंचाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। एयरपोर्ट पर प्रसाद का एंबुलेंस सीधे अंदर चला गया।
एयरपोर्ट पर आरजेटी के वरिष्ठ नेता विजय यादव, प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव, अनीता यादव, राजेश यादव समेत अन्य नेता मौजूद थे। इससे पहले रिम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों और मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा के बाद जेल प्रशासन की ओर से लालू प्रसाद को हायर सेंटर (एक्स दिल्ली) ले जाने की अनुमति दे दी गई।
रिम्स के डॉक्टरों के मुताबिक लालू प्रसाद का क्रिएटनीन लेवल 4.1 से बढ़कर 4.6 हो गया था, इस कारण मेडिकल बोर्ड की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सभी विशेषज्ञ चिकित्सक लालू प्रसाद के वर्तमान स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर (एम्स दिल्ली) रेफर करने की अनुशंसा जेल प्रशासन से की।
चिकित्सकों के अनुसार लालू प्रसाद डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, ह्दय रोग, किडनी रोग, किडनी स्टोन, थैलीसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से जुड़ी बीमारी, कमजोर इम्यूनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी की समस्या, आंख से कम दिखना सहित कई अन्य बीमारी से ग्रसित है।
पिछले वर्ष भी लालू प्रसाद को रांची से एम्स दिल्ली ले जाया गया था और दिल्ली जाने के बाद उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। इस बार भी डोरंडा कोषागार मामले में लालू प्रसाद की ओर से दायर जमानत याचिका पर अप्रैल महीने में सुनवाई होगी।