श्रीगंगानगर राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आज रायसिंहनगर में बस अड्डा परिसर में रोडवेज के परिचालक रामस्वरूप विश्नोई को आगार प्रबंधक के लिए 18 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किय।
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र ढ़िडारिया ने बताया कि परिवादी बीकानेर में दंतोर थाना क्षेत्र चख12 निवासी अरविंद विश्नोई ने शिकायत की कि परिचालक रामस्वरूप रोडवेज की सारथी योजना के तहत बस का मासिक ठेका दिलवाने के एवज में अनूपगढ डिपो के मुख्य प्रबंघक मोहम्मद कलाम फारूखी के नाम बीस हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा है।
शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद बस अड्डे पर शनिवार को आरोपी ने परिवादी से 18 हजार रूपए लिये। इस दौरान वहां मौजूद ब्यूरो टीम ने उसे गिरफ्तार कर दिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है।
ढिडारिया ने बताया कि बस का मासिक ठेका मुख्य आगार प्रबंधक के हस्ताक्षर से ही जारी होता है। सत्यापन की कार्रवाई में जिस प्रकार से रामस्वरूप ने परिवादी से रिश्वत मांगी है, प्रथम दृष्टया मुख्य आगार प्रबंधक भी रिश्वतखोरी की जांच के दायरे में आ गए हैं। रोडवेज की सारथी योजना के तहत बस को अनुबंध के आधार पर दिया जाता है। इसके तहत शेड्यूल तय करने के साथ प्रतिदिन की राशि निर्धारित कर दी जाती है।
ब्यूरो सूत्रों के अनुसार अरविंद बिश्नोई पहले से ही खाजूवाला-श्रीगंगानगर रूट पर सारथी योजना के शेड्यूल 54-55 की बस ठेके पर लिए हुए हैं। यह ठेका हर महीने नवीनीकृत किया जाता है। रामस्वरूप उसे अगले सितंबर महीने का ठेका दिलाने के लिए मुख्य आगार प्रबंधक के नाम पर रिश्वत मांग रहा था।