नई दिल्ली। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने राजस्थान के बीकानेर में एक भूमि सौदे के संदर्भ में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से उन्हें भेजे गए समन को उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने का प्रयास करार दिया है।
वाड्रा ने बुधवार को अपने फेसबुक पर जारी एक पोस्ट में कहा कि यह राजनीति से प्रेरित और आधारहीन है। एक दिन सच्चाई सामने आएगी और ऐसा हमेशा होता रहा है। पिछले साढे चार साल से मैं उनके साथ पूरा सहयोग कर रहा हूँ और आगे भी एेसा करता रहूंगा। सरकारी विभागों के जरिये मेरी प्रतिष्ठा धूमिल करने के एजेंडे पर काम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछली बार उन्होंने दस्तावेजों के लिए समन किया था। मेरे वकील वहां तीन घंटे तक बैठे रहे और विस्तृत दस्तावेज सौंप कर आए हैं। यह अजीब बात है कि मुझे 24 घंटे के भीतर एक और समन भेज दिया गया, जबकि मेरी तरफ से सौंपे गए 600 दस्तावेजों पर गौर भी नहीं किया।
वाड्रा ने यह भी आरोप लगाया है कि उनके वकील को बुधवार को फिर जयपुर में पेश होने को मजबूर किया गया। इसमें कोई हैरानी नहीं है कि यह सब राजस्थान में मतदान से दो दिन पहले हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास है।